स्वेज नहर में फंसे पोत को निकालने में मिली आंशिक सफलता, जानें क्या है अपडेट
By भाषा | Published: March 29, 2021 10:48 AM2021-03-29T10:48:28+5:302021-03-29T10:53:08+5:30
धूल भरी आंधी के चलते ये कार्गो जहाज स्वेज नहर में फंस गया था। इस 1300 फीट लंबे कार्गो जहाज के फंसने से लाल सागर और भूमध्य सागर में ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई थी।
स्वेज: स्वेज नहर में फंसे एक मालवाहक पोत को “आंशिक तौर” पर दोबारा पानी की सतह पर लाने में कामयाबी मिली है। नहर में सेवाएं देने वाली एक कंपनी ने यह जानकारी दी। कंपनी ने हालांकि यह नहीं बताया कि पोत कब तक पूरी तरह निकल सकेगा।
‘लेथ एजेंसीज’ ने सोमवार सुबह बताया कि फंसे हुए पोत को 10 ‘टगबोट’ की मदद से निकालने के प्रयास में थोड़ी सफलता मिली है। कंपनी ने कहा कि वह स्वेज नहर प्राधिकरण से, पोत को दोबारा पानी की सतह पर लाने की पुष्टि करने का इंतजार कर रही है।
स्वेज नहर प्राधिकरण के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल ओसामा रबेई ने कहा कि सोमवार की सुबह तक पोत को निकालने का काम जारी है। सैटेलाइट आंकड़ों के मुताबिक पोत उसी स्थान पर फंसा है और उसे निकालने की कोशिश कर रहे कई ‘टगबोट’ से घिरा हुआ है।
एक अनुमान के मुताबिक पोत के फंसने से प्रतिदिन नौ अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हो रहा है। नहर में फंसे सैकड़ों अन्य पोत भी निकलने का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा दो दर्जन से अधिक पोतों ने एशिया और यूरोप के बीच यात्रा करने के लिए केप ऑफ गुड होप से होकर जाने का विकल्प चुना है जिससे माल पहुंचने में देर हो रही है।
बता दें कि धूल भरी आंधी के चलते ये कार्गो जहाज स्वेज नहर में फंस गया था। इस 1300 फीट लंबे कार्गो जहाज के फंसने से लाल सागर और भूमध्य सागर में ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई थी।
इस ट्रैफिक जाम में करीब 150 जहाज फंसे हुए थे, जिसकी संख्या बढ़कर कल तक करीब 400 से अधिक हो गई थी। इनमें 13 मिलियन बैरल कच्चे तेल से लदे कई क्रूड टैंकर भी शामिल थे। इसके चलते कई देशों में पेट्रोलियम पदार्थों की डिलिवरी में देरी हो रही थी। कार्गो के फंसने के बाद से कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आया था।