दक्षिण अफ्रीका ने भगोड़ों के प्रत्यर्पण के लिए यूएई के साथ संधि को अंतिम रूप दिया
By भाषा | Published: June 11, 2021 09:36 PM2021-06-11T21:36:33+5:302021-06-11T21:36:33+5:30
जोहानिस्बर्ग, 11 जून (एपी) दक्षिण अफ्रीका ने शुक्रवार को कहा कि उसने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ एक प्रत्यर्पण संधि को अंतिम रूप दिया है जो उच्च स्तरीय सरकारी भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्तता के आरोपी भारतीय परिवार के सदस्यों पर मुकदमा चलाने में मददगार होगी।
समझा जाता है कि सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होने देने के आरोपों के बीच 2018 में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के इस्तीफे के वक्त जल्दबाजी में देश छोड़कर भागे गुप्ता भाई- अजय, अतुल और राजेश गुप्ता दुबई में रह रहे हैं।
गुप्ता बंधुओं पर जुमा के साथ नजदीकी का फायदा उठाकर बड़े सरकारी अनुबंधों को हासिल करने और रिश्वत लेने का आरोप है और उन्हें इतना प्रभावशाली माना जाता था कि वे जुमा द्वारा कैबिनेट मंत्रियों की नियुक्ति में भी अपनी राय रखते थे।
अमेरिकी राजकोषीय मंत्रालय ने तीनों गुप्ता भाइयों को 2019 में प्रतिबंध सूची में डाल दिया था और उनपर ‘‘भ्रष्टाचार के बड़े नेटवर्क का सदस्य” होने का आरोप लगाया गया था। इस सूची में उनका नाम डाला जाना अमेरिकी कंपनियों को उनके साथ व्यापार करने या उनकी संपत्तियों को संभालने से रोकता है।
दक्षिण अफ्रीका के न्याय मंत्री रोनाल्ड लामोला ने शुक्रवार को कहा कि गुप्ता भाइयों के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया लंबी कानूनी लड़ाई बन सकती है।
उन्होंने कहा, “हमें यह उम्मीद नहीं लगानी चाहिए कि जिन लोगों की हम बात कर रहे हैं वह कल सुबह ही विमान में बैठकर दक्षिण अफ्रीका आ जाएंगे।”
लामोला ने बताया कि प्रत्यर्पण संधि 10 जुलाई से प्रभावी होगी।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय अभियोजन प्राधिकरण ने गुप्ता बंधुओं के लिए गिरफ्तारी वारंट निकलवाने के लिए इंटरपोल का रुख किया है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।