Shubhanshu Shukla Earth Return: ऐतिहासिक क्षण, 18 दिन रहने के बाद धरती पर उतरे शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य?, समुद्र में लैंड हुआ ड्रैगन अंतरिक्ष यान, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Updated: July 15, 2025 15:26 IST2025-07-15T15:17:45+5:302025-07-15T15:26:21+5:30
Shubhanshu Shukla Earth Return Live Updates: शुभांशु शुक्ला और एक्सिओम-4 के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर पहुँचे और ड्रैगन अंतरिक्ष यान कैलिफ़ोर्निया में समुद्र में उतरा।

Shubhanshu Shukla Earth Return Live Updates
Shubhanshu Shukla Earth Return Live Updates: एक ऐतिहासिक क्षण है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर सवार एक्सिओम-4 चालक दल अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिनों के प्रवास के बाद प्रशांत महासागर में उतरे गए हैं। एक्सिओम 4 ड्रैगन अंतरिक्ष यान पृथ्वी पर वापस उतर गया है। ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतरिक्ष यान ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 18 दिन रहने के बाद पृथ्वी पर उतर आया है। शुभांशु शुक्ला और एक्सिओम-4 के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर पहुँचे और ड्रैगन अंतरिक्ष यान कैलिफ़ोर्निया में समुद्र में उतरा। ड्रैगन अंतरिक्ष यान के धरती पर उतरते ही एक्सिओम-4 की कमांडर पैगी व्हिटसन ने कहा कि वापस आकर बहुत खुशी हो रही है।
#WATCH | In a historic moment, Group Captain Shubhanshu Shukla and the Axiom-4 crew aboard Dragon spacecraft splashes down in the Pacific Ocean after an 18-day stay aboard the International Space Station (ISS)
— ANI (@ANI) July 15, 2025
(Video Source: Axiom Space/YouTube) pic.twitter.com/qLAq2tyW5S
#WATCH | Axiom-4 Mission | Lucknow, UP: Group Captain Shubhanshu Shukla's family rejoices and celebrates as he and the entire crew return to the earth after an 18-day stay aboard the International Space Station (ISS) pic.twitter.com/S8TuJk95D7— ANI (@ANI) July 15, 2025
एक्सिओम-4 मिशन में शामिल अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य लोग मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिन के प्रवास के बाद 22.5 घंटे की यात्रा करके पृथ्वी पर लौटें। वह कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में उतरे। शुक्ला, कमांडर पैगी व्हिट्सन, मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज़ उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू को लेकर आ रहा ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतिरक्ष यान भारतीय समयानुसार सोमवार शाम 4:45 बजे अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हो गया था।
#WATCH | Lucknow | Group Captain Shubhanshu Shukla's family celebrates as Axiom-4 Dragon spacecraft returns to Earth pic.twitter.com/VDyFGEIlXM
— ANI (@ANI) July 15, 2025
एक्सिओम-4 मिशन का संचालन करने वाली कंपनी स्पेसएक्स ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ड्रैगन अंतरिक्ष यान और एक्सिओम स्पेस एएक्स-4 के सभी सदस्य मंगलवार को भारतीय समयानुसार अपराह्न तीन बजकर एक मिनट पर पृथ्वी के वाायुमंडल में फिर से प्रवेश किया और सैन डिएगो तट पर पानी में उतरा।’’
#WATCH | Dragon spacecraft carrying Axiom-4 crew and Group Captain Shubhanshu Shukla on its way to Earth after an 18-day stay aboard the International Space Station (ISS)
— ANI (@ANI) July 15, 2025
(Video Source: Axiom Space/YouTube) pic.twitter.com/1iKcVKDwgD
राकेश शर्मा के 1984 में अंतरिक्ष की यात्रा करने के बाद शुक्ला दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री हैं। एक्सिओम-4 मिशन के साथ भारत, पोलैंड और हंगरी ने चार दशकों से भी अधिक समय के बाद अंतरिक्ष में वापसी की है। अपने आदर्श राकेश शर्मा को याद करते हुए शुक्ला ने कहा कि 41 साल पहले एक भारतीय ने अंतरिक्ष की यात्रा की थी और बताया था कि वहां से भारत कैसा दिखता है।
#WATCH | Axiom 4 Dragon spacecraft on its way back to Earth
— ANI (@ANI) July 15, 2025
(Source: Axiom Space - YouTube) pic.twitter.com/SSQ8roQMDM
शुक्ला ने कहा, “हम सभी आज भी यह जानने को उत्सुक रहते हैं कि ऊपर से आज भारत कैसा दिखता है। आज का भारत महत्वाकांक्षी दिखता है... आज का भारत निडर दिखता है,...आज का भारत आश्वस्त दिखता है.. आज का भारत गर्व से पूर्ण दिखता है।” उन्होंने कहा, “इन सभी कारणों से, मैं एक बार फिर कह सकता हूं कि आज का भारत अब भी 'सारे जहां से अच्छा' दिखता है।
Axiom 4 Dragon spacecraft on its way back to Earth; about to splash down into the Pacific Ocean
— ANI (@ANI) July 15, 2025
(Source: Axiom space - YouTube) pic.twitter.com/27pEVsqBw0
जल्द ही धरती पर मुलाकात करते हैं।” शुक्ला ने कहा, "जब मैंने 25 जून को फ़ॉल्कन-9 पर अंतरिक्ष यात्रा शुरू की थी, तब मैंने इसकी कल्पना भी नहीं की थी। मुझे लगता है कि इसमें शामिल लोगों की वजह से यह अविश्वसनीय रहा है। मेरे (एक्सपीडिशन 73 के चालक दल) पीछे खड़े लोगों ने इसे हमारे लिए वाकई खास बना दिया है। यहां आकर और आप जैसे पेशेवरों के साथ काम करके मुझे बहुत खुशी हुई।"
यह शुक्ला के लिए एक ऐतिहासिक यात्रा रही है, जो आईएसएस की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बने तथा शर्मा के 1984 में तत्कालीन सोवियत संघ के सैल्यूट-7 अंतरिक्ष स्टेशन के मिशन के तहत अंतरिक्ष उड़ान भरने के बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बने।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने शुक्ला की आईएसएस यात्रा के लिए लगभग 550 करोड़ रुपये का भुगतान किया। यह एक ऐसा अनुभव है जो अंतरिक्ष एजेंसी को उसके मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान की योजना और क्रियान्वयन में मदद करेगा, जिसे 2027 में अंतरिक्ष में भेजे जाने की संभावना है।