सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने कहा कि पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले की जांच से यह सच सामने आएगा कि पूरी घटना क्या थी। उन्होंने यह संकल्प भी जताया कि ऐसा तंत्र बनाया जाएगा ताकि, “इस तरह की घटना फिर कभी न हो।” मंगलवार को तुर्की के राष्ट्रपति अपने देश की जांच में सामने आए तथ्यों को संभवत: सामने रखने वाले थे जिससे कुछ ही देर पहले अदेल अल जुबेर ने इंडोनेशिया में यह बात कही। अल जुबेर ने कहा कि सऊदी अरब यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, “कि जांच गहराई से हो, पूरी हो, सच सामने आए तथा जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए।” सऊदी अरब ने स्वीकार किया था कि खशोगी की दो अक्टूबर को इस्तांबुल में स्थित उसके वाणिज्य दूतावास के दौरे में, मौत हो गई थी। सऊदी अरब ने कहा था कि उनकी मौत झगड़े में हुई थी। वहीं तुर्की के अधिकारियों का कहना है कि सऊदी अरब की एक टीम ने 59 वर्षीय खशोगी पर हमला कर उनको मार डाला।
ट्रंप ने कहा- खशोगी को एक योजना के तहत मारा गया
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनका मानना है कि बागी पत्रकार जमाल खशोगी को एक योजना के तहत मारा गया लेकिन वह गड़बड़ हो गई। साथ ही उन्होंने इस मुद्दे को लेकर सऊदी अरब के साथ 110 अरब डॉलर का हथियार सौदा खत्म करने का विरोध भी किया।वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार खशोगी की दो अक्टूबर को इस्तांबुल में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास के भीतर हत्या कर दी गई थी। दो सप्ताह तक सऊदी अरब सरकार ने कहा कि खशोगी पीछे के दरवाजे से दूतावास से चले गए थे लेकिन वैश्विक आक्रोश के बाद उसने एक बयान जारी कर माना कि खशोगी की मौत दूतावास के भीतर ही हुई।तुर्की के अधिकारियों का दावा- उनके पास हैं सबूततुर्की के अधिकारियों ने कहा कि उनके पास सबूत है कि दूतावास के भीतर खशोगी को प्रताड़ित किया गया, उनके अंग भंग किए गए और हत्या कर दी गई। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह तुर्की में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में बागी पत्रकार जमाल खशोगी की मौत को लेकर खाड़ी देश के जवाब से ‘‘संतुष्ट नहीं’’ हैं।