Russia Ukraine War:रूस और यूक्रेन के बीच हो रही जंग अब और भी भयानक रूप ले सकती है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्ध में उन विदेशी लड़कों को मंजूरी दे दी है जो स्वेच्छा से यूक्रेन के खिलाफ रूस के लिए युद्ध लड़ेंगे। मास्को ने मध्य पूर्व एशिया के उन लड़ाकों को भी युद्ध में शामिल होने का संकेत दिया है जो सीरिया में ISIS के खिलाफ लड़े थे।
शुक्रवार को वैश्विक न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में रूस के युद्ध में शामिल होने के लिए मध्य पूर्व और अन्य जगहों से 'स्वयंसेवक' लड़ाकों को लाने की मंजूरी दी है। मॉस्को ने कहा कि लड़ाकों में इस्लामिक स्टेट समूह से लड़ने वाले लोग भी शामिल होंगे, जो सीरिया में युद्ध का स्पष्ट संदर्भ है।
दरअसल, रूस ने पिछले हफ्ते पश्चिमी देशों पर बड़ा आरोप लगाया था। उसने कहा था कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन में युद्ध क्षेत्रों में अपने भाड़े के सैनिकों की संख्या को बढ़ा दी है। रूस ने अपने दावे में कहा था कि यूनाइटेड किंगडम, डेनमार्क, लातविया, पोलैंड और क्रोएशिया ने आधिकारिक तौर पर अपने नागरिकों को यूक्रेन में रूस के खिलाफ युद्ध में भाग लेने की अनुमति दी है।
इसके अलावा रूस के दूतावास ने कहा था कि अमेरिका ने एकेडेमी, क्यूबिक और डायनकॉर्प जैसे निजी सैन्य संगठनों की भर्ती के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया। फ्रांसीसी विदेशी सेना भी जातीय यूक्रेनियन भेजने की योजना बना रही है। रूस ने कहा , जर्मनी से कई लड़ाकों के आने की उम्मीद है।