कीव: रूस और यूक्रेन के बीच जंग के एक महीने से ऊपर का समय गुजर चुका है। दोनों देशों के बीच शांति वार्ता भी जारी है पर अभी तक ठोस फैसला नहीं हो सका है। इस बीच रूस ने हमले को धीमा किया है। साथ ही कुछ जगहों पर अपने सैनिकों को भी पीछे किया है। ऐसे में कुछ ऐसी तस्वीरें और जानकारियां सामने आई हैं, जिनके आधार पर ये दावा किया जा रहा है कि रूस के सैनिकों ने यूक्रेनी नागरिकों पर अत्याचार किया है।
यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहर इलाके से कुछ ऐसी तस्वीरें आई हैं जिसमें कुछ शव दिखाई दे रहे हैं। ये जमीन पर पड़े हैं और इनके हाथ पीछे से बंधे हैं। उठ रहे सवालों के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि उनका देश अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं की मदद से रूसी सैनिकों द्वारा नागरिकों पर किए गये कथित अत्याचार की जांच करेगा।
कीव के बाहरी इलाके में मिले 400 से अधिक शव
जेलेंस्की ने जांच को लेकर कहा कि ‘दुनिया ने कई युद्ध अपराध देखे है। रूसी सेना के युद्ध अपराधों को पृथ्वी पर इस तरह की बुराई का अंतिम मंजर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने का समय आ गया है।’ जेलेंस्की ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय अभियोजकों और न्यायाधीशों की मदद से रूसी अत्याचारों की जांच के लिए एक विशेष न्याय तंत्र बनाया जाएगा।
दरअसल, रूस के अपने सैनिकों को पीछे हटाने के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव की बाहरी सीमा पर कई शव बरामद हुए हैं, जिनमें से कुछ के हाथ पीछे बंधे थे। यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि कीव क्षेत्र के कस्बों में 410 शव मिले हैं। वैश्विक नेताओं ने भी इन कथित हमलों की निंदा की है।
रूस ने किया आरोपों को खारिज
वहीं, रूस के रक्षा मंत्रालय ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए इसे यूक्रेन के अधिकारियों द्वारा ‘उकसावे की’ कार्रवाई बताया है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से इस मामले पर चर्चा के लिए बैठक बुलाने की अपील की है।
यूक्रेन की संसद की सदस्य लेसिया वासिलेंक ने भी सोमवार को ट्विटर पर दावा किया कि रूसी सैनिकों ने 10 साल की उम्र की लड़कियों के साथ बलात्कार किया और महिलाओं के शरीर को गोदने का प्रयास किया गया।