यूक्रेन की तरफ से रूस के खिलाफ लड़ने वाले विदेशियों में शामिल हुआ भारतीय, लंबाई की वजह से भारतीय सेना ने कर दिया था रिजेक्ट
By अनिल शर्मा | Updated: March 8, 2022 14:26 IST2022-03-08T13:44:39+5:302022-03-08T14:26:30+5:30
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के खिलाफ यूक्रेन की तरफ से लड़ने वाला भारतीय तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले का रहने वाला है, जिसका नाम है सैनिकेश रविचंद्रन है।

यूक्रेन की तरफ से रूस के खिलाफ लड़ने वाले विदेशियों में शामिल हुआ भारतीय, लंबाई की वजह से भारतीय सेना ने कर दिया था रिजेक्ट
कीवः यूक्रेन पर रूस लगातार हमले कर रहा है। रूसयूक्रेन के कई शहरों पर कब्जा कर चुका है। युद्ध के शुरुआत से ही यूक्रेनी सरकार ने अपने देश के नागरिकों से रूस के खिलाफ हथियार उठाने की अपील की थी। इस बीच यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि कई अन्य देशों के लोग भी रूस के खिलाफ युद्ध के लिए यूक्रेन पहुंचे हैं, जिसमें एक भारतीय भी है।
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने रूस के खिलाफ यूक्रेन के लिए स्वेच्छा से लड़ने वाले कुछ विदेशियों की एक तस्वीर फेसबुक पर शेयर की है। मंत्रालय ने लिखा, "यूक्रेन की रक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय फौज यहां है! अमेरिका, ब्रिटेन, स्वीडन, लिथुआनिया, मेक्सिको और भारत के वॉलंटियर्स का एक समूह कीव में है।" इस बात की पुष्टि कीव इंडिपेंडेंट ने भी की है।
First foreigners have already joined International Legion, Ukraine's volunteer military force, and are fighting outside of Kyiv.
— The Kyiv Independent (@KyivIndependent) March 7, 2022
According to the Ukrainian Ground Forces, the volunteers came from the U.S., U.K., Sweden, Lithuania, Mexico, and India.
📷 Ukrainian Ground Forces pic.twitter.com/2TvelInMqa
वही इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के खिलाफ यूक्रेन की तरफ से लड़ने वाला भारतीय तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले का रहने वाला है, जिसका नाम है सैनिकेश रविचंद्रन है। रविचंद्रन एक छात्र है और उसकी उम्र 21 साल है। रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय छात्र यूक्रेनी पैरामिलिट्री फोर्सेज में शामिल हो गया है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि रविचंद्रन भारतीय सेना में शामिल होना चाहता था। उसने इसके लिए आवेदन भी किया था। अधिकारियों ने रविचंद्रन के घर का दौरा किया जहां उसके माता-पिता से बीतचीत की। माता-पिता ने बताया कि उसने भारतीय सेना में शामिल होने के लिए आवेदन किया था लेकिन उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था।
Ukraine’s International Legion fighters are already here and ready to defend our country 🇺🇦 pic.twitter.com/k8FcXrUiSH
— Stratcom Centre UA (@StratcomCentre) March 7, 2022
रिपोर्ट के मुताबिक रविचंद्रन 2018 में पढ़ाई के लिए यूक्रेन के खारकीव शहर पहुंचा था। 2022 में उसका पाठ्यक्रम पूरा होनेवाला था। रविचंद्रन ने परिवार वालों को बताया है कि वह रूस के खिलाफ लड़ने के लिए यूक्रेनी पैरामिलिट्री फोर्स में शामिल हो गया है।