Russia UKraine Crisis: यूक्रेन को मिलेगी भारत की मदद, विदेश मंत्रालय ने कहा, हम दवाओं सहित मानवीय सहायता भेजेंगे यूक्रेन
By रुस्तम राणा | Updated: February 28, 2022 19:19 IST2022-02-28T19:03:42+5:302022-02-28T19:19:34+5:30
इस बीच भारत की ओर से भी यूक्रेन को मदद भेजी जाएगी। भारत की ओर से भेजी जाने वाली यह मदद मानवीय होगी। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इसकी जानकारी दी है।

Russia UKraine Crisis: यूक्रेन को मिलेगी भारत की मदद, विदेश मंत्रालय ने कहा, हम दवाओं सहित मानवीय सहायता भेजेंगे यूक्रेन
नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच पांचवें दिन भी युद्ध जारी है। इस बीच यूक्रेन के लाखों नागरिक खासकर महिला, बच्चे और बुजुर्ग देश छोड़कर दूसरे मुल्कों में शरण ले रहे हैं। जबकि युवा आबादी रूस की सेना के खिलाफ जंग लड़ने के लिए देश में रुकी है। संयुक्त राष्ट्र के मित्र देश यूक्रेन की सैन्य मदद न करके हथियारों और अन्य प्रकार की सहायता कर रहे हैं।
इस बीच भारत की ओर से भी यूक्रेन को मदद भेजी जाएगी। भारत की ओर से भेजी जाने वाली यह मदद मानवीय होगी। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा, हम दवाओं सहित मानवीय सहायता यूक्रेन को भेजेंगे।
We will send humanitarian aid including medicines to Ukraine: MEA Spokesperson Arindam Bagchi pic.twitter.com/uj6VocixkL
— ANI (@ANI) February 28, 2022
फिलहाल भारत के सामने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और नागरिकों को बचाने की प्राथमिकता है। इसके लिए भारत सरकार की ओर से मिशन गंगा चलाया गया है, मिशन के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकाला जाएगा।
सोमवार को चार केंद्रीय मंत्री को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया जाएंगे। इसके अलावा किरन रिजिजू स्लोवाक रिपब्लिक, हरदीप पुरी हंगरी और वीके सिंह पोलैंड जाएंगे।
Decision to deploy special envoys to the 4 countries bordering #Ukraine. Union Ministers Jyotiraditya Scindia will be going to Romania, Kiren Rijiju to Slovak Republic, Hardeep Puri to Hungary, VK Singh to Poland... to coordinate and oversee the evacautaion process...: MEA pic.twitter.com/kaXJpeV4d4
— ANI (@ANI) February 28, 2022
दरअसल इस समय यूक्रेन में फंसे सभी भारतीयों को यूक्रेन के पड़ोसी देश पोलैंड, हंगरी, रोमानिया से रोड परिवन के जरिए लाया जा रहा है फिर इन देशों से उन्हें निकालने की प्रक्रिया चल रही है।