नई दिल्ली: यूक्रेन पर गंभीर आरोप लगाते हुए रूस ने कहा है कि मॉस्को पर दो ड्रोन से हमला करके राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को मारने का प्रयास किया गया है। रूस की तरफ से दावा किया गया है कि मंगलवार, 2 मई को हुए कथित हमले में दो ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था लेकिन रूसी सुरक्षा बलों ने इसे नाकाम कर दिया। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने रूसी समाचार एजेंसियों ने बताया कि पुतिन हमले के समय राजधानी में नहीं थे। बताया गया है कि हमले में इमारतों को कोई नुकसान नहीं हुआ। हालांकि यूक्रेन ने रूस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि हमारा हमले से कोई लेना-देना नहीं है।
रूसी न्यूज एजेंसी आरआईए ने कहा, "क्रेमलिन ने इन कार्रवाइयों को विजय दिवस (9 मई) की परेड की पूर्व संध्या पर एक सुनियोजित आतंकवादी कृत्य और राष्ट्रपति पर हत्या के प्रयास के रूप में देखता है।"
हमले को रूस की तरफ से गंभीरता से लिया गया है और क्रेमलिन ने कहा कि वह इस हमले को एक सुनियोजित आतंकवादी कार्रवाई के रूप में देख रहा है और जवाबी कार्रवाई करेंगे। हमले की प्रतिक्रिया में रूस द्वारा जारी बयान में कहा गया है, "रूसी पक्ष जहां और जब उचित समझे, जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखता है।"
रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया है कि यूक्रेन ने मंगलवार रात क्रेमलिन पर ड्रोन हमला किया। इसका मकसद राष्ट्रपति पुतिन की हत्या करना था। मॉस्को के निवासियों ने भी स्थानीय समयानुसार दोपहर दो बजे के बाद क्रेमलिन की दीवारों के पीछे विस्फोटों की आवाज सुनी थी। स्थानीय निवासियों के रिकॉर्ड किए गए वीडियो फुटेज भी सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं। हालांकि अभी तक इसके कोई सबूत नहीं हैं कि ड्रोन अटैक के पीछे यूक्रेन का हाथ है। क्रेमलिन ने बताया है कि इस ड्रोन हमले से पुतिन के कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ा है। वह पूर्व निर्धारित समय और योजना के अनुसार अपने काम को जारी रखे हुए हैं।