माथे की 'बिंदिया' बनी सितम की वजह, बांग्लादेश में पुलिसवाले ने महिला प्रोफेसर को किया प्रताड़ित
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 3, 2022 07:16 PM2022-04-03T19:16:08+5:302022-04-03T19:21:21+5:30
ढाका ट्रिब्यून अखबार के मुताबिक ढाका के तेजगांव कॉलेज में थिएटर और मीडिया स्टडीज पढ़ाने वाली प्रोफेसर लोटा सुमद्देर के साथ शनिवार की सुबह यह घटना हुई, जब एक पुलिस अधिकारी ने उन्हें बिंदी पहनने के लिए धमकी दी। इस घटना के बाद से प्रोफेसर सुमद्देर खुद को बेहद असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
ढाका: बांग्लादेश के एक निजी कॉलेज की एक महिला प्रोफेसर ने आरोप लगाया है कि बिंदी पहनने के लिए एक पुलिस वर्दीधारी आदमी ने उन्हें परेशान किया और धमकी दी।
ढाका ट्रिब्यून अखबार के मुताबिक ढाका के तेजगांव कॉलेज में थिएटर और मीडिया स्टडीज पढ़ाने वाली प्रोफेसर लोटा सुमद्देर ने कहा कि शनिवार की सुबह यह घटना उनके कॉलेज के पास हुई। इस घटना के बाद से वह स्वयं को बेहद असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
प्रोफेसर लोटा सुमद्देर ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा है कि जब वो कॉलेज के पास पहुंचने वाली थी तो उसी समय रास्ते में एक मोटरसाइकिल खड़ा किये पुलिस अधिकारी ने उन्हें बिंदी पहनने के लिए टोका और परेशान किया। प्रोफेसर ने कहा कि जब उन्होंने पुलिस अधिकारी के व्यवहार पर आपत्ति जताई तो उसने उन्हें भविष्य में बिंदी न पहनने की धमकी दी।
प्रोफेसर सुमद्देर ने कहा कि पुलिस अधिकारी ने उनके द्वारा विरोध किये जाने के बाद अपनी अपनी बाइक से उन्हें धक्का देने और चोटिल करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने तेजी से बाइक के रास्ते से हटते हुए अपनी जान बचा ली। लेकिन इस दौरान सुमद्देर सड़क पर गिर गईं, जिसकी वजह से उन्हें कुछ चोटें भी आईं।
इस घटना के संबंध में शेर-ए-बांग्ला नगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी उत्पल बरुआ ने कहा कि घटना में घायल होने से बची प्रोफेसर लोटा सुमद्देर को उस पुलिस अधिकारी का नाम याद नहीं है। हालांकि प्रोफेसर सुमद्देर ने पुलिस को मोटरसाइकिल का नंबर दिया है। जिसके आधार पर हम उस बाइक और बाइक सवार पुलिस अधिकारी का पता लगा रहे हैं।
मालूम हो कि भारत सहित अन्य कई देशों में महिलाओं द्वारा पारंपरिक रूप से सौंदर्य प्रसाधन के तौर पर माथे पर बिंदी लगाने का रिवाज है। इस रिवाज का पालन भारती महिलाओं के साथ-साथ नेपाल और बांग्लादेश की महिलाओं के द्वारा सामान्य तौर पर किया जाता है।