इंडोनेशिया और मलेशिया में रमजान का महीना शुरू, भौतिक दूरी का पालन कर अदा की जा रहीं नमाज
By भाषा | Published: April 13, 2021 04:39 PM2021-04-13T16:39:50+5:302021-04-13T16:39:50+5:30
जकार्ता, 13 अप्रैल (एपी) कोविड-19 महामारी के बीच मंगलवार से रमजान के महीने की शुरुआत हो गई। इस दौरान इंडोनेशिया और मलेशिया में भौतिक दूरी बनाकर सामूहिक रूप से नमाज अदा की जा रही हैं।
सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। साथ ही टीकाकरण कार्यक्रम भी चल रहे हैं। सरकार पाबंदियों में ढील दे रही है। मस्जिदों में स्वास्थ्य नियमों का कड़ाई के पालन करते हुए नमाजें अदा की जा रही हैं। मॉल और कैफे खुले हैं।
इंडोनेशिया के पड़ोसी देश मलेशिया में भी पाबंदियों में ढील दी गई है। पिछले साल तरावीह (रात में सामूहिक रूप से कुरान सुनना) पर पाबंदी थी, लेकिन इस बार नहीं है। इसके अलावा खाने-पीने और कपड़ों के बाजार भी खुले हैं।
इंडोनेशिया के धार्मिक मामलों के मंत्री याकूत खलील कूमास ने सोमवार शाम टीवी पर अपने संबोधन में कहा था कि रमजान का चांद दिख गया है।
रमजान के महीने में मुसलमान नमाजें अदा करने के साथ-साथ रोजे रखते हैं और सहरी (सूरज निकलने से पहले का भोजन) करते हैं।
राजधानी जकार्ता की निवासी एना मर्दियास्तुती ने कहा, ''पाबंदियों में ढील मिलना हमारे लिये ताजी हवा में सांस लेने की तरह है। हम कोविड-19 महामारी से तंग आ चुके हैं।''
मलेशिया में, वान नोराड्रियाना बिल्किस (21) ने रजमान में मस्जिदों में नमाज अदा करने की अनुमति मिलने का स्वागत किया। हालांकि उन्होंने कहा कि वह बाजार जाने से परहेज करेंगी, जहां अकसर भीड़ रहती है।
मलेशिया में जनवरी के बाद से संक्रमण के मामलों की संख्या तीन गुना बढ़कर 362,000 से अधिक हो गई है। रोजाना संक्रमण के एक हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।
वहीं, दक्षिणपूर्वी एशिया में इंडोनेशिया कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित देश है। देश में सोमवार तक संक्रमण के 15 लाख से अधिक मामले सामने सामने आ चुके हैं। इनमें से 42,600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
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