पंजशीर अधिग्रहणः काबुल में तालिबान ने जश्न में की गोलीबारी, 3 की मौत, 12 घायल, फायरिंग के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
By सतीश कुमार सिंह | Updated: September 4, 2021 14:43 IST2021-09-04T14:41:58+5:302021-09-04T14:43:05+5:30
काबुल में एक आपात अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि तालिबान के लड़ाकों द्वारा राजधानी में जश्न में हवा में की गई गोलीबारी में 3 लोग मारे गए तथा 12 अन्य घायल हो गए।

अस्पताल के अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर यह जानकारी दी।
काबुलः काबुल में तालिबान द्वारा जश्न में की गई गोलीबारी में कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 अन्य घायल हो गए। स्थानीय अफगान समाचार एजेंसी असवाका ने इस घटना की जानकारी दी। तालिबान ने दावा किया था कि उन्होंने पंजशीर घाटी पर नियंत्रण कर लिया है और अफगानिस्तान के राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा (एनआरएफए) को हरा दिया है।
इस बीच, सोशल मीडिया पर कई वीडियो में लोगों को अपने रिश्तेदारों को अस्पताल ले जाते हुए भी दिखाया गया है। अफगान समाचार एजेंसी ने भी तालिबान की हवाई गोलीबारी में घायल होने के बाद लोगों को अपने प्रियजनों को अस्पताल ले जाने का एक वीडियो साझा किया।
#Kabul Firing For Fun! pic.twitter.com/c4DSDQmAmY
— Pranay Upadhyaya (@JournoPranay) September 3, 2021
काबुल में तालिबान ने पंजशीर प्रांत में बढ़त बनाने का जश्न मनाते हुए शुक्रवार रात को हवा में गोलीबारी की। यह प्रांत अब भी तालिबान विरोधी लड़ाकों के कब्जे में है। अस्पताल के अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर यह जानकारी दी।
Emergency Hospital Midnight: People taking their loved ones wounded by the Taliban Air shootings to the hospital. #Kabul#Afghanistanpic.twitter.com/lFv7vdqC4I
— Aśvaka - آسواکا News Agency (@AsvakaNews) September 4, 2021
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ट्विटर पर हवा में गोलियां चलाने की निंदा की और लड़ाकों से फौरन यह रोकने का आह्वान किया। तोलो टीवी की खबर के अनुसार, आपात अस्पताल में 17 शवों और 41 घायलों को लाया गया है।
अफगानिस्तान में सरकार के गठन को एक दिन टाला गया, चार सितंबर को होगा ऐलान: तालिबान के प्रवक्ता
तालिबान के प्रवक्ता ज़बीउल्लाह मुजाहिद ने बताया कि अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन को एक दिन के लिए टाल दिया गया है। सरकार के गठन से संबंधी घोषणा शुक्रवार को की जानी थी। मुजाहिद ने कहा कि नई सरकार के गठन की घोषणा अब शनिवार को की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि कतर की राजधानी दोहा में स्थित तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के अध्यक्ष मुल्ला अब्दुल गनी बरादर तालिबान की सरकार के प्रमुख हो सकते हैं। तालिबान के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि समूह, काबुल में ईरानी नेतृत्व की तर्ज पर सरकार गठन का ऐलान करने के लिए तैयार है जिसमें समूह के शीर्ष धार्मिक नेता मुल्ला हेबतुल्लाह अखुनजादा अफगानिस्तान में सर्वोच्च प्राधिकारी होंगे।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को दो सप्ताह से ज्यादा का समय हो गया है। तालिबान के सूचना एवं सांस्कृतिक आयोग में वरिष्ठ अधिकारी मुफ्ती इनामुल्लाह समांगनी ने कहा, “ नई सरकार पर सलाह-मशविरा करीब-करीब पूरा हो चुका है और कैबिनेट को लेकर भी जरूरी चर्चा कर ली गई है। ईरान में, सर्वोच्च नेता देश का सर्वोच्च राजनीतिक और धार्मिक प्राधिकारी है। उसका दर्जा राष्ट्रपति से ऊंचा होता है और वह सेना, सरकार और न्यायपालिका के प्रमुखों की नियुक्ति करता है।
सर्वोच्च नेता का देश के राजनीतिक, धार्मिक और सैन्य मामलों में निर्णय अंतिम होता है। उन्होंने कहा, “मुल्ला अखुनजादा सरकार के नेता होंगे और इस पर कोई सवाल नहीं होना चाहिए।” उन्होंने संकेत दिया कि राष्ट्रपति उनकी देखरेख में काम करेंगे। मुल्ला अखुनजादा तालिबान के शीर्ष धार्मिक नेता हैं और वह 15 साल तक बलूचिस्तान प्रांत के कछलाक इलाके में एक मस्जिद में कार्यरत रहे हैं।
समांगनी ने कहा कि नए सरकारी ढांचे के तहत प्रांत गवर्नरों के जिम्मे होंगे जबकि जिला गवर्नर अपने-अपने जिलों की जिम्मेदारी संभालेंगे। तालिबान प्रांतों और जिलों के लिए गवर्नर, पुलिस प्रमुख और पुलिस कमांडरों की पहले ही नियुक्ति कर चुका है। उन्होंने कहा कि नई शासन प्रणाली के नाम, राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान को अभी अंतिम रूप दिया जाना बाकी है।