पाकिस्तान: प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा, "इमरान खान की पार्टी चाहती है कि आईएमएफ से मिलने वाले कर्ज का सौदा टूट जाए"

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 28, 2022 09:25 PM2022-08-28T21:25:22+5:302022-08-28T21:30:14+5:30

सिंध में बाढ़ के हालात का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि इमरान खान और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी जिस तरह से आत्मकेंद्रित राजनीति कर रही है, उसे उन्होंने अपने जीवन में कभी नहीं देखा है।

Pakistan: Prime Minister Shahbaz Sharif said, "Imran Khan's party wants IMF loan deal to be broken" | पाकिस्तान: प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा, "इमरान खान की पार्टी चाहती है कि आईएमएफ से मिलने वाले कर्ज का सौदा टूट जाए"

फाइल फोटो

Highlightsपाक पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि इमरान खान “आत्म-केंद्रित राजनीति” कर रहे हैंपाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी आईएमएफ के साथ होने वाली डील को रद्द करवाना चाहती है यह न केवल आवाम के साथ नाइंसाफी है बल्कि यह तो सीधे तौर पर मुल्क के खिलाफ साजिश है

इस्लामाबाद:पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को विपक्षी नेता इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी पर आरोप लगाया कि वो आईएमएफ के साथ होने वाले बड़े लोन समझौते को तोड़ने का प्रयास कर रही है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि इमरान खान की “आत्म-केंद्रित राजनीति” से मुल्क को भारी नुकसान उठाना होगा।

पाकिस्तान में ऊंची मुद्रास्फीति और घटते विदेशी मुद्रा भंडार के बीच आईएमएफ कार्यकारी बोर्ड सोमवार को यह तय करेगा कि वो पाकिस्तान को 1.18 बिलियन अमरीकी डालर का ऋण दे या न दे। सिंध में बाढ़ के हालात का निरीक्षण करने के बाद पीएम शरीफ ने इमरान खान और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी का जिक्र करते हुए कहा, "मैंने अपने जीवन में कभी भी ऐसी आत्मकेंद्रित राजनीति नहीं देखी, यह पाकिस्तान के साथ न केवल नाइंसाफी है बल्कि इसे सीधे तौर पर मुल्क के खिलाफ एक बड़ी साजिश है।"

इससे पहले शुक्रवार को खैबर पख्तूनख्वा के वित्त मंत्री तैमूर खान झगरा ने केंद्रीय वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल को तीखा पत्र लिखकर कहा कि इस साल आयी हुई अभूतपूर्व बाढ़ के कारण वित्तिय तौर पर सरकार चलाना "असंभव" होगा क्योंकि खैबर पख्तूनख्वा में ही नहीं बल्कि अन्य प्रांतों में भी बजटीय मुद्दे अनसुलझे हुए हैं।

मालूम हो कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का संचालन पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी करती है। वहीं आईएमएफ की ओर से मिलने वाला बेलआउट पैकेज इस बात पर निर्भर करेगा कि कि प्रांतों द्वारा मिलने वाले सर्प्लस धन की वसूली कैसे हो रही है।

इस बीच पाकिस्तान सरकार ने आईएमएफ से संपर्क किया है और उन्हें इस्माइल को झगरा के संबंध में स्पष्टीकरण दिया है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि आईएमएफ समझौते को हर कीमत पर लागू किया जाएगा। इसी कारण अंतरराष्ट्रीय ऋणदाता पाकिस्तान के स्पष्टीकरण पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आईएमएफ ने बीते 13 जुलाई को पाकिस्तान को दिये जाने वाले बहुप्रतीक्षित बेलआउट पैकेज में 1 बिलियन अमरीकी डालर की वृद्धि करके उसे 7 बिलियन अमरीकी डालर करने की घोषणा की थी।

आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड ने पाकिस्तान को दिये जाने वाले बेलआउट पैकेज को मंजूरी दे दी है, हालांकि उसी के संबंध में पाक सरकार ने बीते दो हफ्तों में कई कार्रवाइयों को अंजाम दिया है। वहीं सऊदी अरब ने कहा कि वह विदेशी नकदी की कमी और बीमार अर्थव्यवस्था से लड़ रहे पाकिस्तान को मजबूत बनाने के लिए 1 बिलियन अमरीकी डालर का निवेश करेगा। गल्फ किंगडम के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को फोन करके इस आशय की सूचना स्वयं दी। 

Web Title: Pakistan: Prime Minister Shahbaz Sharif said, "Imran Khan's party wants IMF loan deal to be broken"

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