इस्लामाबाद: सिंध के गृह मंत्री के घर को प्रदर्शनकारियों द्वारा आग लगाए जाने के चार दिन बाद, पाकिस्तानी सांसद और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की बेटी, आसिफा भुट्टो के काफिले पर शुक्रवार को कराची से नवाबशाह जाते समय भीड़ ने लाठी और पत्थरों से हमला किया। यह घटना सिंध नदी पर नियोजित एक विवादास्पद नहर परियोजना को लेकर बढ़ते जनाक्रोश के बीच हुई।
रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दी और नहर तथा कॉर्पोरेट खेती की पहल के खिलाफ नारे लगाए। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने काफिले के वाहनों पर पत्थरों और लाठियों से हमला किया। पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और उसकी गाड़ी को सुरक्षित तरीके से इलाके से बाहर निकाला। घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है।
हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सिंध नदी से पानी को चोलिस्तान क्षेत्र में मोड़ने के लिए नहर बनाने की सरकार की योजना के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। स्थानीय लोगों और विपक्षी दलों का दावा है कि इस परियोजना से सिंध के जल संसाधनों को खतरा है। इससे पहले मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन लंजर के आवास में आग लगा दी। घर पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों पर कथित तौर पर हमला किया गया।
कौन हैं आसिफा भुट्टो?
आसिफा भुट्टो पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत बेनजीर भुट्टो और वर्तमान राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की सबसे छोटी बेटी हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा यूनाइटेड किंगडम में पूरी की। पिछले साल उनके पिता ने उन्हें पाकिस्तान की प्रथम महिला की औपचारिक उपाधि दी थी - पाकिस्तान के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि किसी बेटी ने राष्ट्रपति के जीवनसाथी के लिए पारंपरिक रूप से आरक्षित उपाधि धारण की हो।