पाकिस्तानी विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ के चेहरे पर फेंकी गई स्याही, पैगंबर मोहम्मद के बारे में कहा था ऐसा
By स्वाति सिंह | Published: March 11, 2018 11:16 AM2018-03-11T11:16:50+5:302018-03-11T19:03:01+5:30
आसिफ सियालकोट में पीएमएल-एन (PML-N) के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान उनकी बगल में खड़े एक लंबी दाढ़ी वाले व्यक्ति ने विदेश मंत्री के चेहरे पर स्याही फेंक दी।
लाहौर, 11 मार्च: पंजाब में शनिवार रात पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करने दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री मुहम्मद आसिफ के चेहरे पर एक धार्मिक चरमपंथी व्यक्ति ने स्याही फेंक दी। पहले तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने संदिग्ध व्यक्ति को जमकर पीटा और बाद में उसे पुलिस को सौंप दिया। आसिफ सियालकोट में पीएमएल-एन (PML-N) के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान उनकी बगल में खड़े एक लंबी दाढ़ी वाले व्यक्ति ने विदेश मंत्री के चेहरे पर स्याही फेंक दी। इसके तुरंत बाद सुरक्षाकर्मी उसे वहां से बाहर ले गए। घटना के बाद आसिफ ने अपना चेहरा साफ करने के बाद अपना भाषण पूरा किया।
#WATCH: A man throws ink on Pakistan Foreign Minister Khawaja Muhammad Asif while he was attending an event in Sialkot, Pakistan last night. pic.twitter.com/1Rcm6JTP2U
— ANI (@ANI) March 11, 2018
Though Khawaja Asif has always been rude & ruthless to his opponents but we must put our political differences aside to admit that Physical harm & Act of throwing ink/shoe on personnel is condemnable. pic.twitter.com/nuEg0jQNLG
— Javed Chaudhry (@JavedChaudhry_) March 10, 2018
आसिफ ने सम्मलेन के दौरान कहा, 'मैं इस व्यक्ति को जानता भी नहीं हूं। लेकिन ऐसा लगता है जैसे मेरे विरोधियों ने इसे मुझ पर स्याही फेंकने के लिए पैसे दिए हैं। फिर भी मैं इसे माफ करता हूं, और पुलिस से उसे छोड़ने को कहूंगा।' आसिफ ने कहा 'इस घटना से मेरी राजनीति पर कोई फर्क नहीं पड़ता। बल्कि ऐसी घटनाओं से उनके प्रति सहानुभूति बढ़ती है।'
वहीं पुलिस ने व्यक्ति की पहचान फैज रसूल के रूप में की है। पुलिस के मुताबिक उस व्यक्ति का आरोप है कि आसिफ की पार्टी ने संविधान में पैगंबर मोहम्मद के इस्लाम के अंतिम नबी होने की मान्यता को संविधान के माध्यम से बदलने की कोशिश की है, जिससे उसकी और करोड़ों पाकिस्तानियों की भावनाओं को ठेस पहुंचा है। इसके साथ ही पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, 'रसूल का किसी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं है और मंत्री आसिफ प्राथमिकी दर्ज नहीं करना चाहते हैं, ऐसे में पुलिस रसूल को छोड़ देगी।