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पाकिस्तान चुनाव आयोग ना कभी दबाव में आया है और ना आएगा: खान के आरोपों पर आयोग ने कहा

By भाषा | Updated: March 5, 2021 22:19 IST

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(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, पांच मार्च पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने शुक्रवार को कहा कि सीनेट के चुनाव संविधान के मुताबिक हुए हैं और वह (आयोग) ‘‘ना तो किसी तरह के दबाव में आया है और ‘‘अल्लाह ने चाहा तो भविष्य में भी ऐसा नहीं होगा।’’

प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा चुनाव आयोग के खिलाफ आरोप लगाए जाने पर आयोग ने हैरानगी जताई और निराशा प्रकट करते हुए यह कहा।

प्रधानमंत्री खान के बृहस्पतिवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में चुनाव आयोग के खिलाफ की गई टिप्पणी की समीक्षा के लिए आयोग के सदस्यों की आज एक अहम बैठक हुई। इसके बाद आयोग ने यह कड़ी टिप्पणी की।

मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान रजा ने यह बैठक बुलाई थी।

गौरतलब है कि खान अपने संबोधन में पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) पर जमकर बरसे थे। उन्होंने आयोग पर बुधवार को पाकिस्तानी संसद के उच्च सदन सीनेट के लिए हुए चुनाव में भ्रष्टाचार को रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगाया था।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आपने (ईसीपी ने) लोकतंत्र का मजाक बना दिया...आपने वोट की खरीद फरोख्त रोकने के लिए कुछ नहीं कर राष्ट्र की नैतिकता को नुकसान पहुंचाया।’’

खान ने कहा, ‘‘आपने शीर्ष स्तर पर भ्रष्टाचार होने दिया और यह सब आपकी आंखों के सामने हुआ और आप जानते थे कि यह होगा। मैं कहता रहा हूं कि बाजार खुल गये हैं और नीलामी हो रही है। और जब सुप्रीम कोर्ट ने आपको मौका दिया, तो क्या वजह थी कि महज 1500 मत पत्रों पर बार कोड नहीं लगाया गया? ’’

बुधवार को विपक्षी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट उम्मीदवार एवं पूर्व प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी द्वारा सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के उम्मीदवार अब्दुल हफीज शेख को शिकस्त देने के बाद खान ने आयोग की आलोचना की।

खान की पार्टी के उम्मीदवार को मिली इस शिकस्त को प्रधानमंत्री के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, जिन्होंने अपने मंत्रिमंडल सहकर्मी (शेख) के लिए व्यक्तिगत रूप से चुनाव प्रचार किया था।

जियो टीवी की खबर के मुताबिक आयोग ने बयान में कहा, ‘‘यह लोकतंत्र एवं स्वतंत्र चुनावों तथा गुप्त मतदान की खूबसूरती है, जिसे पूरे देश ने देखा, जो संविधान के मुताबिक हुआ। ’’

आयोग ने खान के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ‘‘कभी भी किसी तरह के दबाव के आगे नहीं झुका और अल्लाह ने चाहता, तो भविष्य में भी ऐसा नहीं होगा।’’

आयोग ने कहा कि हर राजनीतिक दल और नेता को हार स्वीकार करने का साहस रखना चाहिए।

इस बीच, दिन में बाद में संवाददाताओं से बात करते हुए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि खान की पार्टी और प्रधानमंत्री आयोग सहित सभी पाकिस्तानी संस्थाओं का अत्यधिक सम्मान करते हैं।

चौधरी के साथ सूचना मंत्री शिबली फराज भी थे।

चौधरी ने कहा, ‘‘संस्थाओं को अपने कार्यों के जरिए निष्पक्षता एवं स्वतंत्रता प्रदर्शित करनी चाहिए, ना कि प्रेस विज्ञप्ति के जरिए ऐसा करना चाहिए।’’

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को आदेश दिया था कि सीनेट चुनाव गुप्त मतदान प्रक्रिया के तहत होंगे।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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