पाकिस्तान: इमरान खान के खिलाफ कोर्ट सख्त, एक दिन में दो कोर्ट ने ठुकराया पीटीआई चीफ की 9 जमानत याचिकाओं को
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 16, 2023 02:11 PM2023-08-16T14:11:45+5:302023-08-16T14:15:29+5:30
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में दो स्थानीय अदालतों ने एक साथ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की नौ जमानत याचिकाओं को खारिज कर दिया है।

फाइल फोटो
इस्लामाबाद:पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में दो स्थानीय अदालतों ने एक साथ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की नौ जमानत याचिकाओं को खारिज कर दिया है। इमरान पर लगे जिन आरोपों में जमानत मांगी गई थी, उनमें हिंसक विरोध प्रदर्शन का आरोप था।
पाकिस्तान की न्यूज वेबसाइट डॉन के अनुसार बीते मंगलवार को इस्लामाबाद की आतंकवाद विरोधी अदालत (एटीसी) ने इमरान खान की जमानत के लिए दायर की गई तीन याचिकाएं खारिज कर दीं। वहीं अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद सोहेल ने भी इमरान की उन छह याचिकाओं को रद्द कर दिया, जिसमें उन्होंने गिरफ्तारी पूर्व जमानत की मांग की थी।
खबरों के अनुसार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान के खिलाफ खन्ना और बरकाहू पुलिस स्टेशनों में हिंसा, तोड़फोड़ और लोगों को हिंसा के लिए भड़काने की एफआईआर दर्ज की गई थी।
जियो न्यूज के अनुसार दोनों कोर्ट के जज ने इमरान खान की जमानत रद्द करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आधार पर इमरान खान की जमानत को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है।
बताया जा रहा है कि कराची के रमना, कोहसर, तरनूल और सचिवालय पुलिस स्टेशनों में कैद पीटीआई प्रमुख इमरान खान के खिलाफ कुल छह मामले दर्ज किए गए थे।
न्यायाधीश मुहम्मद सोहेल ने इमरान की ओर से दायर छह पूर्व जमानत याचिकाओं को खारिज करते हुए कहा कि यह ज्यादा बेहतर बोगा कि यदि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान मामलों से संबंधित आरोपों की जांच में शामिल हों और सहयोग करें।
हालांकि जज सोहेल ने तोशखाना मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी की अंतरिम जमानत 7 सितंबर तक के लिए बढ़ा दी है।
इस साल 9 मई को भ्रष्टाचार के एक मामले में पीटीआई प्रमुख इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया और पार्टी समर्थकों ने देश के कई हिस्सों में रक्षा और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया था।
सेना और पुलिस ने दंगों में कथित संलिप्तता के लिए सैकड़ों पीटीआई कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार किया गया था और अधिकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को हिंसक विरोध प्रदर्शन का मास्टरमाइंड बताया था।