पैगम्बर मोहम्मद का कार्टून शेयर करने पर पाकिस्तानी लड़की को मिली मौत की सजा, आरोप है कि दोस्त को WhatApp पर शेयर की थी फोटो
By आजाद खान | Updated: January 20, 2022 16:00 IST2022-01-20T15:57:11+5:302022-01-20T16:00:52+5:30
मुस्लिम बहुल पाकिस्तान में ईशनिंदा एक घोर अपराध माना जाता है। इसमें फांसी की भी सजा दी जाती है।

पैगम्बर मोहम्मद का कार्टून शेयर करने पर पाकिस्तानी लड़की को मिली मौत की सजा, आरोप है कि दोस्त को WhatApp पर शेयर की थी फोटो
इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) में एक लड़की को ईशनिंदा (Blasphemy) के लिए फांसी की सजा सुना दी गई है। लड़की पर यह आरोप है कि उसने व्हॉट्सएप (WhatApp) पर पैगम्बर मोहम्मद (Prophet Muhammad) के चित्र (Caricature) वाले फोटो दूसरों को शेयर किया है। बताया जा रहा है कि लड़की को रावलपिंडी (Rawalpindi) की एक अदालत ने यह सजा सुनाई है। अदालत ने आरोपी लड़की को 20 साल के लिए जेल की सजा भी सुनाई है। यही नहीं अदालत ने आरोपी को "मरने तक गले में फंदा डाल कर लटकाया जाए" का आदेश भी दिया है। यह खबर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है जिस पर लोग अपनी राय दे रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, आरोपी लड़की अनीका अतीक पर यह आरोप है कि उसने अपने दोस्त को पैगम्बर मोहम्मद के चित्र वाले फोटो शेयर किया था। इस मामले में आरोपी को मई 2020 में गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि आरोपी को जब उसके दोस्त ने उसके व्हाट्सएप स्टेटस को बदलने को कहा था तब वे इसे नहीं बदली थी, बल्कि वह अपने दोस्त को पैगम्बर मोहम्मद के चित्र वाले फोटो ही शेयर कर दी थी। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था। पाकिस्तान में ईशनिंदा एक बड़ा जुर्म माना जाता है जिसकी बड़ी सजा भी मिलती है।
पाकिस्तान में 80% प्रतिशत कैदियों पर है ईशनिंदा का आरोप
अगर अंतरर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमरीकी आयोग की एक रिपोर्ट की माने तो फिलहाल पाकिस्तान में 80% प्रतिशत कैदियों पर ईशनिंदा के आरोप लगे हैं और वे इसके लिए जेल में बंद हैं। उनका यह भी कहना है कि इनमें से कई आरोप ऐसे है जिसमें एक मुस्लिम द्वारा दूसरे मुस्लिमों पर लगाए गए हैं। पिछले साल ही एक श्रीलंकाई फैक्ट्री मैनेजर पर ईशनिंदा के आरोप लगने पर भीड़ ने उसे पीट पीट कर हत्या कर दी थी।