प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत में स्वच्छता की दिशा में किए गए महत्वपूर्ण सुधार और उनके नेतृत्व के लिए बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने प्रतिष्ठित ‘ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड’ से सम्मानित किया। फाउंडेशन के अनुसार इस पुरस्कार का उद्देश्य ऐसे राजनीतिक नेता को ‘‘विशेष सम्मान’’ प्रदान करना है, जिन्होंने अपने देश में या विश्व स्तर पर प्रभावशाली कार्यों के माध्यम से ‘ग्लोबल गोल्स’ के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, स्वच्छ भारत मिशन की सफलता, किसी भी आंकड़े से ऊपर है। इस मिशन ने अगर सबसे ज्यादा लाभ किसी को पहुंचाया तो वो देश के गरीब को, देश की महिलाओं को। बीते पांच साल में देश में रिकॉर्ड 11 करोड़ से ज्यादा शौचालयों का निर्माण कराया जा सका। इसी का नतीजा है कि 2014 से पहले जहां ग्रामीण स्वच्छता का दायरा 40% से भी कम था आज वो बढ़कर करीब-करीब 100 प्रतिशत पहुंच रहा है। महात्मा गांधी की 150 जन्म जयंती पर मुझे ये अवार्ड दिया जाना मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा भारत ने साल 2022 तक सिंगल यूज़ प्लास्टिक से मुक्ति का अभियान भी चलाया है। आज जब मैं आपसे बात कर रहा हूं, तब भी भारत के अनेक हिस्सों में प्लास्टिक वेस्ट को इकट्ठा करने का काम चल रहा है। 2025 तक हमने भारत को टीबी से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है।
मोदी को स्वच्छ भारत मिशन में उनके नेतृत्व के लिए सम्मानित किया गया, जिसे उन्होंने 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया था। महत्त्वाकांक्षी मिशन का लक्ष्य देशभर में स्वच्छता को बढ़ावा देना है। इस मिशन का उद्देश्य महात्मा गांधी को उनकी 150 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि स्वरूप देश में सार्वभौमिक स्वच्छता कवरेज को हासिल करने के प्रयासों में तेजी लाना है।
दो अक्टूबर, 2019 तक खुले में शौच को खत्म करने के लिए अब तक 9 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं और वर्तमान में ग्रामीण स्वच्छता कवरेज भारत के 98 प्रतिशत गांवों तक पहुंच गया है, जो चार साल पहले तक महज 38 प्रतिशत ही था।