यूक्रेन से चुराये आटे से लदे जहाज को लेबनान के जज ने दिया जब्त करने का आदेश
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 30, 2022 04:08 PM2022-07-30T16:08:41+5:302022-07-30T16:19:07+5:30
लेबनान में आटे से लदे जहाज को जज ने जब्त करने का आदेश दिया है। आरोप है कि जहाज पर लदा आटा युद्धग्रस्त यूक्रेन से चुराया गया है।
बेरूत: लेबनान के जज ने शुक्रवार को उत्तरी क्षेत्र के त्रिपोली में 5,000 टन आटा ले जा रहे एक मालवाहक जहाज को जब्त करने का आदेश दिया, जो कथित तौर पर यूक्रेन से चुराया गया था। इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार मालवाहक जहाज सीरियाई है और अमेरिकी शर्तों के अधीन कार्य कर रहा था।
वहीं जहाज पर लदे कार्गो का स्वामित्व तुर्की में एक अनाज ट्रेडिंग कंपनी लॉयल एग्रो का बताया जा रहा है। लॉयल एग्रो का कहना है कि उसने लेबनान के सीमा शुल्क को उन दस्तावेज को दिया है, जो प्रमाणित करते हैं कि कार्गो का सारा आटा कानूनी तौर पर वैध है।
हालांकि, दूसरी ओर बेरूत स्थित यूक्रेनी दूतावास ने इस मामले में बयान जारी करते हुए कहा कि जहाज पर लदा लगभग 5,000 टन जौ और 5,000 टन आटा, जो किसी अज्ञात जगह पर ले जाया जा रहा था। उसके विषय में हमें संदेह है कि वो यूक्रेनी दुकानों से चुराया हुआ माल है। इसलिए यूक्रेनी दूतावास की अपील पर लेबनान के जज महोदय ने जहाज के माल की जांच के बाद जहाज और उसपर लदे माल को जब्त करने का फैसला सुनाया है।
यूक्रेनी दूतावास के उलट जहाज पर लगे अनाज का स्वामित्व दर्ज करवाने वाली कंपनी लॉयल एग्रो के प्रवक्ता ने कहा कि कार्गो शुरू में सीरिया के लिए जाना तय हुआ था लेकिन कंपनी ने लेबनान में रोटी की कमी के कारण 5,000 टन आटा उतारने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि लेबनान में आटा 650 डॉलर प्रति टन तक बेचा जा सकता है, जबकि सीरिया में यह 600 डॉलर प्रति टन है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण लेबनान की बेकरियां में इस सप्ताह लगभग सूखे की स्थिति है और इस कारण लगभग लेबनान की लगभग आधी आबादी खाद्य असुरक्षा के माहौल में जीवन जी रही है।
जानकारी के अनुसार लेबनान अधिकांश गेहूं मुख्यतः यूक्रेन से आयात करता है, लेकिन रूस के साथ उसके युद्ध में फंसे होने कारण और मुख्य काला सागर बंदरगाहों की कड़ी नाकाबंदी के कारण अनाज की सारी शिपमेंट बाधित है।
इस संबंध में लेबनान के कार्यवाहक पर्यावरण मंत्री नासिर यासीन ने कहा, "लेबनान अंतरराष्ट्रीय कानूनों का सम्मान करने के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है। चूंकि यूक्रेनी दूतावास की ओर से कहा जा रहा है कि पकड़े गये जहाज पर लदा आटा यूक्रेन से चुराया गया था और उसे त्रिपोली में डॉक किया गया था। इसलिए कोर्ट के आदेश पर उस जहाज को जब्त किया गया है।
इसके साथ ही कार्यवाहक पर्यावरण मंत्री नासिर यासीन ने यह भी कहा कि कोर्ट में जाने के बाद इस मामले को लेबनान के अर्थव्यवस्था और लोक निर्माण मंत्री देख रहे हैं और वो जल्द ही मामले की जांच कराकर कोर्ट को सभी कानूनी तथ्यों की जानकारी देंगे। उसके बाद कोर्ट इस मामले में उचित फैसला लेगा।
वहीं आटा जब्ती के इस मामले को लेकर कुछ लेबनानी पर्यवेक्षक इस बात का अंदेशा जाहिर कर रहे हैं कि हो सकता है कि कुछ पार्टियां लेबनान में आर्थिक और राजनीतिक अराजकता का फायदा उठाकर सीरिया से माल की तस्करी कर रही हों। इसके लिए अमेरिकी प्रतिबंधों को दरकिनार कर सकती हैं।
लेबनानी अर्थव्यवस्था मंत्रालय के सूत्रों ने इस संबंध में अरब न्यूज़ को बताया कि विदेश से गेहूं या आटा आयात करने के लिए मंत्रालय की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती है, जब तक कि इसे केंद्रीय बैंक द्वारा सब्सिडी नहीं दी जाती है।
इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि निजी कंपनियों और मिलों को स्वतंत्र रूप से गेहूं या आटा आयात करने का अधिकार है, बशर्ते कि वो लेबनान के रीति-रिवाजों के अनुसार वैध तरीके से आयात किया गया हो।
वहीं लेबनान के विदेशी मामलों के मंत्री अब्दुल्ला बू हबीब ने कहा कि मामले की जांच चल रही है और अभी तक लेबनानी अधिकारी जहाज द्वारा जब्त किये गये आटे और जौ के कार्गो पर लदे होने के मूल स्रोत का पता नहीं लगा पाये हैं। जैसे ही इसका निर्धारण होगा सरकार फौरन इसकी जानकारी कोर्ट को देगी और उसके बाद कोर्ट मामले में यथोचित फैसला लेने में सक्षम होगा।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जहाज के लेबनान में डॉकिंग किये जाने के बाद कई कई पश्चिमी देशों की ओर से शिकायतें और चेतावनियां मिल रही हैं लेकिन कानून अपना काम कर रहा है और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मामले में उचित फैसला लिया जा सकेगा।