पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव से सोमवार को उनके मां और पत्नी ने मुलाकात की। कहने को तो इस मुलाकात की अनुमति मानवीय आधार पर दी थी लेकिन शीशे के पीछे से मुलाकात करवाना अमानवीय लगता है। उसपर पाकिस्तान इस मुलाकात का इसका इस्तेमाल भारत पर हमला करने के बहाने कर रहा है।
पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' ने विदेश मंत्रालय के हवाले से लिखा, 'पाकिस्तानी ने 'मानवीय आधार' पर कुलभूषण के परिजनों को मिलने की अनुमति दी और भारत से भी ऐसे ही व्यहार की उम्मीद करता है। ऐसे निर्णय भारत को जम्मू-कश्मीर में भी लेना चाहिए, जहां बेगुनाहों का खून बहाया जा रहा है।' पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कुलभूषण जाधव को भारतीय 'आतंक का चेहरा' बताया।
पाकिस्तान के ज्यादातर अखबारों ने कुलभूषण जाधव से परिजनों की मुलाकात को अपनी लीड खबर बनाया है। खबर के साथ कुलभूषण की मां और पत्नी की तस्वीर लगाई गई है जिसमें वो हाथ में पानी की बॉटल लिए हाथ जोड़ हुए हैं। कुछ अखबारों ने शीशे की दीवार के साथ कुलभूषण की तस्वीर को जगह दी है।
एक्सप्रेस के मुताबिक साजयाफ्ता भारतीय जासूस ने मां और पत्नी से मुलाकात की अनुमति देने पर पाकिस्तान का आभार जताया है। सोमवार को अपने परिजनों से मिलने के बाद कुलभूषण ने अपना बयान रिकॉर्ड किया।
ट्रिब्यून के मुताबिक, 'कुलभूषण तीसरी बार अपना गुनाह कूबूल कर चुका है। जाधव ने बताया कि वो भारत के रिसर्च और एनालिसिस विंग के लिए काम करता था। वो दो साल पहले पाकिस्तान में दाखिल हुआ और सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार कर लिया।'
क्या है कुलभूषण जाधव से मुलाकात का पूरा मामला
47 वर्षीय जाधव व उनके परिजनों के बीच 2 बजकर 18 मिनट पर मुलाकात शुरू हुई। पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट कर जाधव और उनकी मां 70 वर्षीय अवंति व पत्नी चेतानकुल की खास तौर से बनाए गए कमरे में हुई मुलाकात की तस्वीर जारी की। भारतीय उप उच्चायुक्त जे.पी.सिंह दूर से इस मुलाकात के गवाह बने। मुलाकात के दौरान पाकिस्तान विदेश कार्यालय में भारतीय डेस्क की निदेशक डॉ. फरीहा भी मौजूद रहीं। इस मुलाकात की वीडियोग्राफी की गई।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि यह मुलाकात 'पूरी तरह से मानवीय आधार' पर करवाई गई लेकिन जाधव व उनके परिवार को निजी रूप से (वन आन वन) बातचीत की इजाजत नहीं दी गई। जाधव के परिवार को ओमान के रास्ते भारत वापस लौटने से पहले भारतीय उच्चायोग ले जाया गया। जाधव की मां ने पाकिस्तानी विदेश कार्यालय को मुलाकात की इजाजत देने के लिए शुक्रिया अदा किया।
मुलाकात के बाद विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने जाधव को 'भारतीय आतंकवाद का चेहरा' बताया और कहा कि उन्हें राजनयिक पहुंच दिए जाने के बारे में सही समय पर विचार किया जाएगा। पाकिस्तान ने साथ ही यह भी कहा कि जाधव और उनके परिजनों की यह मुलाकात अंतिम नहीं है।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, "यह अंतिम मुलाकात नहीं है, मुझे यह स्पष्ट रूप से कहना है।" कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में कथित जासूसी के आरोप में फांसी की सजा सुनाई गई है लेकिन यह मामला अंतर्राष्ट्रीय अदालत में लंबित है।