पत्रकार को नोबेल शांति पुरस्कार मिलना दुतेर्ते के लिए झटका नहीं: अधिकारी

By भाषा | Updated: October 11, 2021 17:32 IST2021-10-11T17:32:48+5:302021-10-11T17:32:48+5:30

Journalist receiving Nobel Peace Prize not a blow to Duterte: Officials | पत्रकार को नोबेल शांति पुरस्कार मिलना दुतेर्ते के लिए झटका नहीं: अधिकारी

पत्रकार को नोबेल शांति पुरस्कार मिलना दुतेर्ते के लिए झटका नहीं: अधिकारी

मनीला, 11 अक्टूबर (एपी) फिलीपिन के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते के प्रशासन ने देर से ही सही लेकिन शांति के लिए नोबेल पुरस्कार जीतने वाली पत्रकार मारिया रेसा को सोमवार बधाई दे दी। रेसा को रूस के दिमित्री मुरातोव के साथ शांति के लिए नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्हें यह पुरस्कार गंभीर खतरों के बावजूद अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए उनकी लड़ाई के लिए दिया गया है।

बहरहाल, प्रशासन ने इस आलोचना को खारिज किया है कि रेसा को यह पुरस्कार मिलना दुतेर्ते के नेतृत्व के लिए तमाचा है। हालांकि रेसा राष्ट्रपति के नेतृत्व की आलोचक रही हैं।

राष्ट्रपति के प्रवक्ता हैरी रॉक ने कहा कि रेसा झूठ के सहारे बदनाम करने के लिए दोषी ठहराई जा चुकी हैं और अन्य आपराधिक आरोपों का सामना कर रही हैं जिनके बारे में अदालतें स्वतंत्र रूप से फैसला करेंगी। उन्होंने कहा कि फिलीपीन में पत्रकारों की आवाज़ को नहीं दबाया जाता है।

रेसा को शुक्रवार को शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया था जिसके बाद पहली बार दुतेर्ते के प्रशासन ने सार्वजनिक तौर पर टिप्पणी की है। ‘रैपलर’ समाचार वेबसाइट की सह संस्थापक 58 वर्षीय रेसा को दुतेर्ते की मादक पदार्थों के खिलाफ खूनी कार्रवाई की खोजी रिपोर्टताज के लिए जाना जाता हैं।

रॉक ने प्रेस वार्ता के दौरान एक पत्रकार के सवाल के जवाब में कहा, “ कोई तमाचा नहीं है… क्योंकि हर कोई जानता है कि फिलीपीन में कभी किसी पर सेंसरशिप नहीं रही है।”

रॉक ने फिलिपिनो राष्ट्रीय कलाकार पुरस्कार से सम्मानित फ्रांसिस्को सियोनिल जोस के बयान का हवाला देने की कोशिश की। जोस ने एक बयान में कहा था कि रेसा नोबेल शांति पुरस्कार की हकदार नहीं हैं और फिलीपीन में प्रेस क्रियाशील है और देश में कोई लेखक न जेल में हैं और न कोई सेंसरशिप है।

जोस ने कहा कि दुतेर्ते ने कोई अखबार या रेडियो स्टेशन बंद नहीं किया है। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दुतेर्ते ने कांग्रेस पर दबाव डाला और कांग्रेस ने प्रमुख टीवी नेटवर्क एबीएस-सीबीएन के लाइसेंस का नवीनकरण नहीं किया। इससे पिछले साल वह बंद हो गया लेकिन यह प्रेस की आज़ादी का मुद्दा नहीं है।

96 वर्षीय जोस ने माना कि दुतेर्ते के शासन के स्थानीय राजनीतिक नेताओं और अधिकारियों को निशाने पर लेने के बाद पत्रकारों की हत्या की गई है और ऐसा ही उनके पूर्ववर्ती के दौरान हुआ था, लेकिन इन हत्याओं के लिए दुतेर्ते को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।

उनके इस बयान की काफी आलोचना हुई है। इसके बावजूद रॉक ने कहा कि राष्ट्रपति भवन उनके विचारों से सहमत है।

नोबेल समिति ने कहा कि 2012 में रेसा द्वारा सह-संस्थापित समाचार वेबसाइट ‘रैपलर’ ने "नशीली दवाओं के विरुद्ध (राष्ट्रपति रोड्रिगो) दुतेर्ते शासन के विवादास्पद, जानलेवा अभियान पर आलोचनात्मक दृष्टि से ध्यान केंद्रित किया है।’’

रेसा को पिछले साल झूठे आरोप के आधार पर बदनाम करने का दोषी पाया गया था और उन्हें छह साल की सज़ा सुनाई गई थी। मीडिया निगरानी संस्थाओं ने इसे प्रेस की आज़ादी के लिए बड़ा झटका बताया था। मनीला की अदालत ने रेसा और ‘रैपलर’ के पूर्व संवाददाता रेनाल्दो सांतोस जूनियर को एक कोराबारी को बदनाम करने का दोषी पाया। एक खबर में खुफिया रिपोर्ट के हवाले से हत्या, मादक पदार्थों का सौदा, मानव तस्करी के साथ कारोबारी का संबंध बताया गया था।

कारोबारी ने आरोपों से इनकार किया और शिकायत की कि ‘रैपलर’ ने खबर में उनका पक्ष नहीं छापा। बहरहाल रेसा और सांतोस ने अपनी दोषसिद्धी के खिलाफ अपील की है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Journalist receiving Nobel Peace Prize not a blow to Duterte: Officials

विश्व से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे