Israel–Hamas war: इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में फलस्तीनी उग्रवादियों के खिलाफ लड़ाई तेज कर दी है। राफा के साथ-साथ युद्ध के दौरान लगभग तबाह हो चुके उत्तर के कुछ हिस्सों में भी कार्रवाई दोबारा शुरू की गई है। इस दौरान जबालिया पर आक्रमण के दौरान भीषण झड़पें हुई हैं। जबालिया में इजरायली सेना ने गहन हवाई हमलों के बाद टैंक और बख्तरबंद गाड़ियां भेजीं।
अल-जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल ने गाजा के दक्षिणी शहर में अपना आक्रमण बढ़ाया है। जबालिया में सैनिकों और हमास लड़ाकों के बीच भयंकर झड़पों की खबर है। सेना के जवान हमास लड़ाकों का सामना कर रहा हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि कम से कम 300,000 फ़िलिस्तीनी राफा से बाहर निकल गए हैं।
इजरायली सेना ने कहा कि उसने महीनों पहले ही उत्तर के इलाकों को हमास के नियंत्रण से मुक्त करा लिया था, लेकिन सुरक्षा बलों के हटने के बाद समूह एक बार फिर इन इलाकों में एकत्र होने का प्रयास कर रहा है। इजराइल ने दक्षिणी गाजा के रफह शहर को हमास का आखिरी गढ़ करार दिया है।
सेना का कहना है कि हमास को समाप्त करने और बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए उसे कार्रवाई जारी रखनी होगी। जबालिया शरणार्थी शिविर और उत्तरी गाजा पट्टी के अन्य क्षेत्रों में इजरायल द्वारा रात भर भारी बमबारी की गई, जिससे व्यापक तबाही हुई है। इजरायली युद्धक विमानों ने शरणार्थी शिविर और गाजा शहर के पूर्व में जिटौन क्षेत्र पर हमला किया, जहां सैनिक एक सप्ताह से अधिक समय से फलस्तीनी उग्रवादियों से लड़ रहे हैं। सेना ने हजारों लोगों से आसपास के इलाकों में स्थानांतरित होने का आह्वान किया है।
हालांकि राफा पर हमले को लेकर इजरायल का सदाबहार दोस्त अमेरिका भी नाराज है। अमेरिका नहीं चाहता था कि इजरायल राफा पर हमला करे। लेकिन इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कसम खाई है कि हमास के पूरी तरह खात्में तक लड़ाई जारी रहेगी। नेतन्याहू ने कहा है कि कोई साथ दे या न दे, इजरायल अकेले लड़ेगा।