अमेरिका के स्पाईवेयर कंपनी पर प्रतिबंध लगाने के बाद इजराइल ने एनएसओ से बनाई दूरी

By भाषा | Updated: November 8, 2021 16:15 IST2021-11-08T16:15:41+5:302021-11-08T16:15:41+5:30

Israel distances itself from NSO after banning US spyware company | अमेरिका के स्पाईवेयर कंपनी पर प्रतिबंध लगाने के बाद इजराइल ने एनएसओ से बनाई दूरी

अमेरिका के स्पाईवेयर कंपनी पर प्रतिबंध लगाने के बाद इजराइल ने एनएसओ से बनाई दूरी

(हरिंदर मिश्रा)

यरुशलम, आठ नवंबर वैश्विक स्तर पर सरकारी अधिकारियों, कार्यकर्ताओं व पत्रकारों की कथित तौर पर जासूसी करने के लिये इस्तेमाल पेगासस स्पाईवेयर को बनाने वाली एनएसओ को अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के बाद इजराइल ने प्रौद्योगिकी कंपनी से दूरी बनाते हुए कहा कि यह एक निजी कंपनी है और इसका इजराइली सरकार की नीतियों से कुछ लेना-देना नहीं है।

इजराइल के विदेश मंत्री, येर लापिद ने प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट और वित्त मंत्री एविगडोर लिबरमैन के साथ शनिवार शाम प्रधानमंत्री कार्यालय में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, “एनएसओ एक निजी कंपनी है, यह एक सरकारी परियोजना नहीं है और इसलिए भले ही इसे नामित किया गया हो, इसका इजराइल सरकार की नीतियों से कोई लेना-देना नहीं है।”

लापिद ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि दुनिया में कोई दूसरा देश है, जिसके पास साइबर युद्ध के लिए इतने सख्त नियम हैं और वह उन नियमों को इजराइल से ज्यादा लागू कर रहा है, हम आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे।”

इजराइल के विदेश मंत्री की टिप्पणी अमेरिका द्वारा बुधवार को भारत सहित दुनिया भर के देशों में अपने फोन-हैकिंग स्पाइवेयर के कथित दुरुपयोग को लेकर हर्ज़लिया स्थित कंपनी पर प्रतिबंध को मंजूरी देने के बाद आई है।

अमेरिकी वाणिज्य विभाग के उद्योग और सुरक्षा ब्यूरो (बीआईएस) ने बुधवार को एनएसओ समूह और कैंडिरू को उन गतिविधियों में शामिल होने के लिए ऐसी सूची में शामिल किया, जो अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा या विदेश नीति के हितों के विपरीत हैं।

इसने एक बयान में कहा कि उन्हें इस सबूत के आधार पर सूची में शामिल किया गया था कि उसने स्पाईवेयर विकसित किया और विदेशी सरकारों को उसकी आपूर्ति की थी, जो इन उपकरणों का इस्तेमाल सरकारी अधिकारियों, पत्रकारों, व्यापारियों, कार्यकर्ताओं, शिक्षाविदों और दूतावास के कर्मचारियों को दुर्भावनापूर्ण रूप से निशाना बनाने के लिए करते थे।

इन उपकरणों ने विदेशी सरकारों को राष्ट्रव्यापी दमन का संचालन करने में भी सक्षम बनाया है, जो कि सत्तावादी सरकारों द्वारा असंतुष्टों, पत्रकारों और कार्यकर्ताओं को उनकी संप्रभु सीमाओं के बाहर असंतोष को दबाने के लिए लक्षित करने का तरीका है। अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने कहा कि इस तरह की प्रथाओं से नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को खतरा है।

अमेरिका द्वारा बुधवार को काली सूची में डालने जाने की घोषणा के बाद से लापिद की टिप्पणी इजराइल के किसी वरिष्ठ मंत्री की तरफ से आई पहली सार्वजनिक टिप्पणी है।

बजट के पारित होने के बाद इजराइल सरकार के शीर्ष तीन मंत्री प्रेस को संबोधित कर रहे थे, जिसे कई लोग कमजोर गठबंधन के सामने पहली बड़ी चुनौती के रूप में देख रहे थे, कुछ ऐसा जो इस गठजोड़ की लंबी उम्र का निर्धारण करेगा।

दुनिया भर में चल रहे विवाद के बीच, इज़राइल ने जुलाई में एनएसओ समूह के निगरानी सॉफ्टवेयर के दुरुपयोग के आरोपों की समीक्षा करने के लिए एक समिति की स्थापना की थी और संभावित “लाइसेंस देने के पूरे मामले की समीक्षा” का संकेत दिया।

एनएसओ के मुख्य कार्यकारी, शालेव हुलियो ने तब इस कदम का स्वागत करते हुए कहा था, “अगर कोई जांच हुई तो बहुत खुशी होगी क्योंकि इससे हमें अपना नाम साफ कर सकेंगे।”

हुलियो ने तब दावा किया कि “पूरे इज़राइली साइबर उद्योग को धब्बा लगाने” का प्रयास किया गया था।

एनएसओ प्रमुख ने इस बात पर भी जोर दिया था कि उनकी कंपनी “गोपनीयता के मुद्दों” के कारण अपने अनुबंधों के विवरण का खुलासा नहीं कर सकती है, लेकिन, “वह अधिक जानकारी मांगने वाली किसी भी सरकार को पूर्ण पारदर्शिता के साथ सूचना प्रदान करेगा।

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Web Title: Israel distances itself from NSO after banning US spyware company

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