तेहरान, 17 अप्रैल (एपी) ईरान के सरकारी टेलीविजन ने नतान्ज परमाणु स्थल के ‘सेंट्रीफ्यूज’ को हमले में बर्बाद करने के संदिग्ध का नाम सार्वजनिक किया और कहा कि वह हमला होने से पहले देश छोड़कर भाग चुका था।
फिलहाल 11 अप्रैल को हुए हमले से कितना नुकसान हुआ यह स्पष्ट नहीं है, यह ऐसे समय हुआ जब ईरान विश्व शक्तियों के साथ समझौते में अमेरिका को फिर से प्रवेश की अनुमति देने और अपने ऊपर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के लिये उनसे बातचीत कर रहा है।
ईरान इस हमले की प्रतिक्रिया में अब 60 प्रतिशत शुद्धता के साथ यूरेनियम का संवर्धन कर रहा है, जो अब तक के उसके सर्वोच्च स्तर से तीन गुना ज्यादा है। हमले और उसे लेकर ईरान की प्रतिक्रिया ने पश्चिम एशिया में तनाव को और बढ़ा दिया है, जहां तेहरान और हमले के संदिग्ध इजराइल के बीच जंग के बादल अब भी मंडरा रहे हैं।
सरकारी टेलीविजन ने संदिग्ध का नाम रजा करीबी बताया है, जो 43 साल का है। खबर में उसकी पासपोर्ट आकार की एक तस्वीर भी दिखाई गई और बताया गया कि उसका जन्म पड़ोसी शहर कशहन में हुआ था।
रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख नहीं किया गया कि करीबी इस्लामी गणराज्य के सबसे सुरक्षित केंद्रों में से एक तक पहुंचा कैसे।
रिपोर्ट में उसकी गिरफ्तारी की मांग संबंधी इंटरपोल का “रेड नोटिस” भी दिखाया गया। इंटरपोल के सार्वजनिक डेटाबेस पर हालांकि गिरफ्तारी का यह नोटिस तत्काल उपलब्ध नहीं नजर आ रहा। फ्रांस के लियोन में स्थित इंटरपोल ने इस मामले में टिप्पणी के अनुरोध पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
टीवी की खबरों में कहा गया कि कानूनी माध्यमों से करीबी को वापस ईरान लाने के लिये “आवश्यक कार्रवाई” की जा रही है। हालांकि, इस बारे में और विवरण नहीं दिया गया।
टीवी प्रसारण के दौरान दिखाए गए कथित इंटरपोल “रेड नोटिस” में उसके यात्रा इतिहास विवरण में स्पेन, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, इथियोपिया, कतर, तुर्की, युगांडा, रोमानिया और अन्य देशों के नाम नजर आ रहे थे।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।