अमेरिका: राष्ट्रपति पद के लिए इस बार बाइडेन का समर्थन कर रहीं भारतीय मूल की सांसद प्रमिला जयपाल
By भाषा | Updated: April 28, 2020 21:02 IST2020-04-28T21:02:40+5:302020-04-28T21:02:40+5:30
अमेरिका में इस साल होने वाले चुनाव के लिए पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडेन का समर्थन कांग्रेस की भारतीय मूल की सदस्य प्रमिला जयपाल ने किया है।

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए निर्वाचित होने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी जयपाल पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सीनेटर बर्नी सैंडर्स की समर्थक रही हैं। (फोटो सोर्स- इंटरनेट)
वॉशिंगटन:अमेरिका में कांग्रेस की भारतीय मूल की सदस्य प्रमिला जयपाल ने राष्ट्रपति पद के लिए इस साल होने वाले चुनाव के लिए पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडेन का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि वह बेहद समर्पित जन सेवक हैं और उनमें अमेरिकियों को एकताबद्ध करने की क्षमता है। बाइडेन (77) डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से उम्मीदवार हो सकते हैं।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए निर्वाचित होने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी जयपाल पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सीनेटर बर्नी सैंडर्स की समर्थक रही हैं, लेकिन सैंडर्स अब बाइडेन के समर्थन में राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनने की दौड़ से हट चुके हैं। जयपाल ने एक बयान में कहा, " आज, मैं अमेरिका के राष्ट्रपति के लिए (पूर्व) उप राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए अपने समर्थन की घोषणा कर रही हूं। बाइडेन एक बेहद समर्पित जन सेवक हैं और उनमें अमेरिकी लोगों को एकताबद्ध रखने की क्षमता है।"
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने बर्नी सैंडर्स के कट्टर एवं मुखर प्रतिनिधि के रूप में अपना यह अभियान शुरू किया और मैं कई नीतिगत मामलों पर उपराष्ट्रपति बाइडेन से हमेशा सहमत नहीं रही लेकिन मैं इतिहास में किसी भी उम्मीदवार के अति प्रगतिशील एजेंडे को बनाने और उसे लागू करने के लिए उनके साथ काम करने के लिए तैयार हूं।’’
कांग्रेस की प्रोग्रेसिव कोकस की सह अध्यक्ष जयपाल ने कहा कि सरकार को कॉर्पोरेट हितों के बजाय स्वास्थ्य और शिक्षा की पहुंच का विस्तार करने, जलवायु संकट से लड़ने करने के लिए काम करना चाहिए। वह 2016 में वाशिंगटन राज्य के सातवें कांग्रेस जिले से प्रतिनिधि सभा के लिए निर्वाचित हुईं। वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की आलोचक हैं।
उन्होंने कहा कि ट्रंप और उनके प्रशासन ने कोविड-19 को लेकर सही प्रतिक्रिया नहीं दी जिसके विनाशकारी नतीजे हुए। उनमें शासन करने, कड़े फैसले लेने, सच बोलने और एक मकसद के लिए देश को एक रखने की क्षमता नहीं है। जयपाल ने कहा कि बेहतर भविष्य के लिए जरूरी है कि इस साल नवंबर में होने वाले चुनाव में ट्रंप को हराया जाए। अमेरिका में कोरोना वायरस के 965,000 से ज्यादा मामले आ चुके हैं और 54,877 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है।