भारतवंशी नेताओं ने दक्षिण अफ्रीका के पुनर्निर्माण में टूटू की भूमिका को याद किया
By भाषा | Published: December 27, 2021 05:55 PM2021-12-27T17:55:50+5:302021-12-27T17:55:50+5:30
जोहानिसबर्ग, 27 दिसंबर दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल के नेताओं ने देश के पुनर्निर्माण में आर्चबिशप एमेरिटस डेसमंड टूटू की भूमिका को सोमवार को याद किया और उनके निधन पर श्रद्धांजलि दी।
टूटू का रविवार को निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। उन्हें दक्षिण अफ्रीका में अश्वेत बहुसंख्यक लोगों के खिलाफ श्वेत अल्पसंख्यक सरकार के नस्लीय भेदभाव के खिलाफ संघर्ष के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया था।
आर्चबिशप थाबो मैक्गोबा ने कहा कि टूटू का अंतिम संस्कार मध्य केपटाउन में सेंट जॉर्ज कैथेड्रल में एक जनवरी को सुबह 10 बजे किया जाएगा।
टूटू को श्रद्धांजलि देते हुए अहमद कथ्रादा फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक नीशान बाल्टन ने कहा कि वह ‘‘नैतिक अंतरात्मा की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आवाज’’ थे।
रंगभेद विरोधी कार्यकर्ता और दक्षिण अफ्रीका की ओलंपिक समिति के पूर्व अध्यक्ष सैम रामसामी ने याद करते हुए कहा कि टूटू ने 1992 के बार्सिलोना ओलंपिक में शामिल होने के दक्षिण अफ्रीका के फैसले के बाद फैली हिंसा से उपजी स्थिति को संभालने में अहम भूमिका निभाई थी।
जानेमाने फिल्म निर्माता अनंत सिंह ने भी उन्हें याद किया।
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