भारत को यूक्रेन की मदद के लिए करनी चाहिए रूस से बातचीत: शशि थरूर
By योगेश सोमकुंवर | Published: February 24, 2022 07:48 PM2022-02-24T19:48:18+5:302022-02-24T19:52:19+5:30
यूक्रेन की भारत से इस अपील पर यूएन में सेवाएं दे चुके और वर्तमान में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि भारत को यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस से बातचीत करनी चाहिए. थरूर ने कहा, ‘अगर चीन कभी हमारे देश में घूसने की कोशिश करें तो हम भी चाहेंगे की दुनिया के बाकी देश भारत के साथ खड़े रहें.
रूस ने यूक्रेन पर अपने पूरी सैन्य ताकत के साथ हमला करने के बाद ब्रिटेन और अमेरिका की तरफ से यूक्रेन पर हमले के खिलाफ रूस को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई है. इस बीच यूक्रेन ने दुनिया के तमाम देशों से अपने लिए समर्थन मांगा है और रूस को युद्ध से पीछे हटने के लिए समझाने की भी अपील की है. यूक्रेन के भारत में राजदूत डॉ. इगोर पोलिख ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया का शक्तिशाली और सम्मानित नेता बताते हुए अपील की है कि वह भारत के मित्र देश रूस से बात कर, राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन पर हमले करने से रोके.
शशि थरूर ने रूस से बातचीत का किया समर्थन
यूक्रेन की भारत से इस अपील पर यूएन में सेवाएं दे चुके और वर्तमान में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि भारत को यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस से बातचीत करनी चाहिए. थरूर ने कहा, ‘अगर चीन कभी हमारे देश में घूसने की कोशिश करें तो हम भी चाहेंगे की दुनिया के बाकी देश भारत के साथ खड़े रहें. अगर यूक्रेन इस वक्त भारत से उम्मीद लगाए बैठा है तो हमें रूस से जरूर बात करने की कोशिश करनी चाहिए.’ कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आगे कहा कि इससे भारत इस संकट में सही पक्ष में भी खड़ा दिखेगा.
रूस की चेतावनी
वहीं दूसरी ओर यूक्रेन पर हमले को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा और प्रतिबंधों को नजरअंदाज करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अन्य देशों को चेतावनी दी है कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप की कोशिश के ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे. पुतिन के इस बयान से साफ है कि उनका इशारा NATO और अमेरिका की तरफ है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बड़ा बयान
वहीं यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया है. दो देशों के इस युद्ध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत चाहता है कि शांति व्यवस्था कायम रहे. रक्षा मंत्री ने कहा कि बातचीत के द्वारा इस मुद्दे का हल निकाला जाना चाहिए और युद्ध से बचा जाना चाहिए. उन्होंने यूक्रेन में फंसे मौजूदा भारतीय छात्रों को वापस लाने को सरकार की प्राथमिकता बताया.