सऊदी अरब में संतरे के बॉक्सेस में 45 लाख एम्फेटमाइन पिल्स छिपे होने का मामला सामने आया है। इसे जेद्दाह के पोर्ट पर चोरी छिपे ले जाया जा रहा था। सऊदी अरब के कस्टम विभाग द्वारा यह पकड़ लिया गया है।
सऊदी अरब के सरकारी टीवी अल अरबिया ने इस बात की जानकारी दी है। एम्फेटमाइन पिल्स को स्थानीय तौर पर कैप्टागॉन कहा जाता है। इस पिल्स की अनुमानित कीमत 5.8 करोड़ डॉलर है। अधिकारियों ने बताया कि जेद्दाह बंदरगाह पर काफी संख्या में संतरे के बॉक्सेस को जब्त कर लिया गया और एक्सरे मशीन से निरीक्षण के दौरान बड़ी संख्या में कैप्टागॉन पिल्स छिपी हुई मिली।
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक संतरे की पेटी का इंतजार करने वाले लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि संगठित अपराधियों की एक और कोशिश को उनके विभाग ने नाकाम कर दिया है।
इसके पहले शनिवार को लेबनान से आई एक करोड़ 40 लाख टेबलेट को सऊदी अरब के अधिकारियों ने ज़ब्त कर लिया था। यह पिल्स लोहे की प्लेटो में छिपाकर लाई गई थी। वहीं अप्रैल महीने में लेबनान से अनार की पेटियों में 53 लाख पिल्स बरामद हुई थी। इस मामले में सीरिया के एक नागरिक समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
क्या है कैप्टागॉन टेबलेट
कैप्टागॉन एक साइकोलाजिकल पिल है जो एम्फैटेमिन और थियोफिलाइन के फ्यूजन से बनती है। यह बहुत ज्यादा नशे की लत वाली दवा है। 1986 में अधिकतर देशों में इसका इस्तेमाल अवैध घोषित कर दिया गया था।
यह ड्रग सीरिया में बनाई जाती हैं और पूरे मिडिल ईस्ट में पहुंचाई जाती है। इसका इस्तेमाल ISIS के आतंकी करते हैं। इसे खाने से कई दिनों तक इंसान जाग सकता है और खाने वाला खुद को सुपरह्यूमन समझता है। कैप्टागॉन की गैरकानूनी बिक्री से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल हथियार खरीदने के लिए होता आ रहा है। डॉक्टरों के अनुसार कैप्टागॉन का इस्तेमाल खतरनाक होता है और इससे साइकोसिस और ब्रेन डैमेज का खतरा रहता है।