Israel vs Hezbollah: इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच शुरू हुई जंग अब बेहद खतरनाक होती दिख रही है। हिजबुल्लाह ने बुधवार, 25 सितंबर को तेल अवीव के पास इजरायली जासूसी एजेंसी मोसाद के मुख्यालय पर एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी। हिजबुल्लाह के अनुसार इसी ठिकाने से उसके नेताओं की हत्या और पेजर और वायरलेस उपकरणों के विस्फोट की योजना बनाई गई थी।
यह पहली बार है जब ईरान समर्थित समूह हिजबुल्लाह ने हमास द्वारा 7 अक्टूबर को किए गए हमले के बाद इजरायल के साथ लगभग एक साल तक चली लड़ाई के बाद से बैलिस्टिक मिसाइल हमले का दावा किया है। यह हमला मंगलवार को इजरायली हवाई हमले में हिजबुल्लाह के मिसाइल डिवीजन के प्रमुख इब्राहिम कुबैसी के मारे जाने के बाद हुआ। इब्राहिम कुबैसी 1980 के दशक में हिजबुल्लाह में शामिल हुए थे और संगठन के भीतर कई महत्वपूर्ण सैन्य भूमिकाएँ निभाईं, जिसमें इसकी मिसाइल और रॉकेट इकाई भी शामिल है।
कुबैसी ने हिजबुल्लाह के रणनीतिक सैन्य अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अब हिजबुल्लाह के ताजा हमले के बाद इस बात की चिंता बढ़ गई है कि यह मध्य पूर्व में कई मोर्चों को शामिल करते हुए एक पूर्ण युद्ध में बदल सकता है, जिसमें यमन और इराक से ईरान समर्थित समूह शामिल हो सकते हैं।
एक दिन पहले इजरायली हमलों में लेबनान में 550 से अधिक लोग मारे गए थे। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने रुख पर कायम रहते हुए लेबनान में हिजबुल्लाह के सैन्य ठिकानों पर हमले जारी रखने की कसम खाई है।
दूसरी तरफ गाजा में भी इजरायली हमले जारी हैं। एक दिन पहले गाजा के दक्षिणी शहर खान यूनिस में एक नए इज़रायली हवाई हमले में कम से कम सात लोग मारे गए। लेबनान में भी गाजा जैसे हालात बनते दिख रहे हैं। दक्षिणी लेबनान से लोगों ने बड़े पैमाने पर पलायन शुरू कर दिया है। हज़ारों लोग बेरूत भाग गए हैं। यह 2006 के इज़रायल-हिजबुल्लाह युद्ध के बाद सबसे बड़ा विस्थापन है।