काबुल: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से यहां की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। इसी क्रम में अफगानिस्तान में मंगलवार को बंदूकधारियों द्वारा दो सामाजिक कार्यकर्ताओं की हत्या करने का मामला सामने आया है। न्यूज़ एजेंसी एएफपी के संवाददाता उस्मान शरिफी ने ट्वीट कर इस घटना की जानकारी दी।
उन्होंने ट्वीट कर बताया कि हनीफा नाजरी और मेहदी वहेदी की बंदूकधारियों ने हत्या कर दी है। उस्मान ने ये भी जानकारी साझा की कि नाजरी उन महिलाओं में से एक थीं जिन्होंने पिछले महीने तालिबान के खिलाफ प्रोटेस्ट किया था। हालांकि, इस घटना को लेकर तालिबान की ओर से अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है। जानकारी के अनुसार, हनीफा नाजरी की बल्ख तो वहीं मेहदी वहेदी की बघ्लन में हत्या की गई है।
बता दें कि हाल-फिलहाल में अफगानिस्तान की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र ने रिकॉर्ड पांच अरब डॉलर की मदद मुहैया कराने की अपील की थी। संयुक्त राष्ट्र ने इसके साथ ही चेतावनी दी कि दशकों तक संघर्ष से जूझने और अगस्त महीने में तालिबान के कब्जे में जाने के बाद भले ही अफगानिस्तान स्थिर नजर आ रहा है, तो भी वहां की आधी आबादी गंभीर भूख का सामना कर रही है, लाखों बच्चे अब भी स्कूल से बाहर हैं और किसान सूखे का सामना कर रहे हैं।
वहीं, संयुक्त राष्ट्र की अपील के बाद नेपाल मदद के लिए आगे आया था। ऐसे में बीते रविवार को नेपाल ने अफगानिस्तान की मदद के लिए करीब 14 टन मानवीय सहायता वहां कार्य कर रहे संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधियों को सौंपी थी। बताते चलें कि नेपाल के आधुनिक इतिहास में यह पहली बार है जब उसने किसी दूसरे देश को मदद भेजी है।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)