Hans Christian Gram’s 166th Birthday: गूगल ने बनाया डूडल, जानें कौन थे हंस क्रिस्चियन ग्राम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 13, 2019 11:40 IST2019-09-13T08:22:13+5:302019-09-13T11:40:59+5:30
Google Doodle Celebrates Microbiologist Hans Christian Gram 166th Birthday: हंस क्रिस्चियनक ग्राम बैक्टीरिया से सम्बंधित वैज्ञानिक थे। इनका जन्म 13 सितम्बर 1853 को हुआ था। ये मूल रूप से डेनमार्क के रहने वाले थे। इन्होंने Gram stain की खोज की थी।

Google Doodle Celebrates Microbiologist Hans Christian Gram 166th Birthday, Know about his life
दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल ने आज (13 सिंतबर) माइक्रोबायोलॉजिस्ट हंस क्रिस्चियन ग्राम को डूडल समर्पित किया है। दरअसल, हंस क्रिस्चियन ग्राम का आज 166वां जन्मदिन है। इस मौके पर गूगल ने खास डूडल पेश किया है।
हंस क्रिस्चियनक ग्राम बैक्टीरिया से सम्बंधित वैज्ञानिक थे। इनका जन्म 13 सितम्बर 1853 को हुआ था। ये मूल रूप से डेनमार्क के रहने वाले थे। इन्होंने Gram stain की खोज की थी। बता दें कि ग्राम स्टेन की मदद से हंस क्रिस्चियन ग्राम ने बैक्टीरिया को दो प्रमुख प्रजातियों में बांटा।
हंस क्रिस्चियन ग्राम के बारे में
हंस क्रिस्चियन ग्राम के पिता का नाम ‘फ्रेडरिक टेरकेल जूलियस ग्राम’ था। इनके पिता न्यायशास्र के प्रोफेसर थे और वे ‘लुईस क्रिस्टियन राउलंड’ नामक संस्था में पढ़ाते थे। Hans Christian Gram ने अपना अध्ययन कोपेनहेगन नामक विश्वविद्यालय में पूरी की और इसके बाद वे जपेटस स्टीनस्ट्रुप नामक जीव विज्ञानी के पास वनस्पति विज्ञान के सहायक के रूप में कार्य किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हंस ने पौधों पर कई प्रकार के अध्ययन किये और इस प्रकार पौधों के गहन अध्ययन करने के बाद में उन्हें औषध विज्ञान का ज्ञान प्राप्त हुआ और पौधों के गहन करने से उन्हें माइक्रोस्कोप का उपयोग करना भी सिख गए।
हंस को कोपेनहेगन विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में पढ़ाने के लिए ऑफर मिला। लेकिन इन्होंने साल 1900 में इन्होने इस्तीफा दे दिया यह इस्तीफा मेडिकल का प्रोफ़ेसर बनने के लिए इस्तीफा दिया था।