जर्मनी: रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी को नोविचोक ‘जहर’ दिया गया था, विदेशी प्रयोगशालाओं में पुष्टि
By भाषा | Published: September 14, 2020 05:53 PM2020-09-14T17:53:42+5:302020-09-14T21:04:17+5:30
जर्मन सरकार के प्रवक्ता स्टीफन सीबर्ट ने कहा कि हेग स्थित रसायनिक हथियारों के निषेध के लिये संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) को भी नमूने मिले हैं और वह अपनी प्रयोगशालाओं में इनके परीक्षण के लिये कदम उठा रहा है।
बर्लिनः जर्मनी की सरकार ने सोमवार को कहा कि फ्रांस और स्वीडन की विशेषज्ञता वाली प्रयोगशालाओं में इस बात की पुष्टि हुई है कि रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी को जहर के तौर पर सोवियत दौर का ‘नर्व एजेंट’ नोविचोक दिया गया था।
जर्मनी की एक सैन्य प्रयोगशाला ने भी पूर्व में उनके नमूनों में इस पदार्थ की पुष्टि की थी। जर्मन सरकार के प्रवक्ता स्टीफन सीबर्ट ने कहा कि हेग स्थित रसायनिक हथियारों के निषेध के लिये संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) को भी नमूने मिले हैं और वह अपनी प्रयोगशालाओं में इनके परीक्षण के लिये कदम उठा रहा है। सीबर्ट ने एक बयान में कहा, “ओपीसीडब्ल्यू द्वारा स्वतंत्र तौर पर की जा रही जांच के अलावा, तीन प्रयोगशालाओं ने अलग-अलग इस बात की पुष्टि की है कि नवेलनी को जहर दिये जाने के मामले में नोविचोक समूह के नर्व एजेंट के साक्ष्य मिले हैं।”
उन्होंने कहा कि जर्मनी ने फ्रांस और स्वीडन से जर्मन नतीजों से इतर नवेलनी के नए नमूनों का इस्तेमाल कर “स्वतंत्र समीक्षा” करने को कहा है। जर्मन अधिकारियों ने कहा कि दोनों देशों की प्रयोगशालाओं के साथ ही ओपीसीडब्ल्यू ने भी अपनी जांच के लिये नया नमूना लिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुखर विरोधियों में से एक नवेलनी को रूस में 20 अगस्त को एक घरेलू उड़ान के दौरान बीमार हो जाने के दो दिन बाद विमान से जर्मनी लाया गया था। बर्लिन के चैरिटे अस्पताल में नवेलनी का इलाज चल रहा है।
जर्मनी ने मांग की है कि रूस मामले की जांच करे
जर्मनी ने मांग की है कि रूस मामले की जांच करे। सीबर्ट ने एक बार फिर जर्मनी की मांग दोहराई कि मामले में “रूस को खुद सफाई” देनी चाहिए। उन्होंने कहा, “मामले में आगे के कदमों को लेकर हम अपने यूरोपीय साझेदारों के साथ संपर्क में हैं।”
जर्मन चांसलर एंजला मर्केल और अन्य विश्व नेताओं की, सवालों के जवाब देने की मांग की रूस अनदेखी करता रहा है और इसके पीछे किसी भी तरह की आधिकारिक भूमिका से इनकार करते हुए पश्चिम पर मास्को की छवि को धूमिल करने की कोशिश का आरोप लगाता रहा है। रूस ने जर्मनी से उन साक्ष्यों को साक्षा करने को कहा है जिसके आधार पर वह “बिना शक” इस नतीजे पर पहुंचा कि नवेलनी को नोविचोक समूह का सैन्य नर्व एजेंट दिया गया था।
ब्रिटिश अधिकारियों का दावा है कि सोवियत दौर के इसी एजेंट का इस्तेमाल पूर्व रूसी जासूस और उनकी बेटी पर इंग्लैंड के सालिसबरी में 2018 में हुआ था। वहीं स्वीडिश रक्षा शोध एजेंसी के प्रमुख असा स्कॉट ने स्वीडेन की समाचार एजेंसी ‘टीटी’ को बताया, “हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि हमें वही नतीजे मिले हैं जो जर्मनी की प्रयोगशाला को मिले थे।
वह यह कि इसमें कोई संदेह नहीं कि यह उन पदार्थों के बारे में है।” यह पूछे जाने पर कि रूस को कोई नमूने क्यों नहीं दिये गए, जर्मनी के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया अडेबहर ने कहा, “नवेलनी को जर्मनी लाए जाने से पहले 48 घंटों तक रूसी अस्पताल में उनका इलाज हुआ था। रूस के पास वहां उनके नमूने होंगे।”
रूस के विपक्षी नेता की स्थिति में सुधार
रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी का इलाज कर रहे बर्लिन के अस्पताल ने सोमवार को बताया कि उनकी सेहत में सुधार हो रहा है और अब वह अपने बिस्तर से उठ कर चलने में सक्षम हैं। वहीं जर्मनी ने घोषणा की कि फ्रांसीसी और स्वीडन की प्रयोगशालाओं ने भी उसके उन नतीजों की पुष्टि की है कि उन्हें सोवियत-दौर का नर्व एजेंट (एक प्रकार का जहर) नोविचोक दिया गया था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुखर विरोधियों में से एक नवेलनी को रूस में 20 अगस्त को एक घरेलू उड़ान के दौरान बीमार हो जाने के दो दिन बाद विमान से जर्मनी लाया गया था।
बर्लिन के चारिते अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। जर्मनी ने रूस से मामले की जांच की मांग की है। अस्पताल ने कहा कि नवेलनी को अब “जीवन रक्षक प्रणाली से सफलतापूर्वक हटा दिया गया है। वह अब थोड़ा थोड़ा चल फिर रहे हैं और थोड़ी देर के लिये अपना बिस्तर भी छोड़ सकते हैं।” सोमवार को जारी किये गए बयान में हालांकि 44 वर्षीय रूसी नेता और भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता पर पड़े दीर्घकालिक प्रभावों या वह कब तक पूरी तरह से ठीक हो सकेंगे, इसका जिक्र नहीं है। डॉक्टरों ने चेताया कि नवेलनी यद्यपि ठीक हो रहे हैं लेकिन जहर की वजह से उनकी सेहत पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ने की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता।