नई दिल्ली: प्रगति मैदान में नए परिसर, 'भारत मंडपम' में इस सप्ताह के अंत में होने वाले आगामी जी20 शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रीय राजधानी में वैश्विक नेताओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। जी20 के प्रमुख देशों के नेता यूक्रेन में संघर्ष के कारण उत्पन्न ध्रुवीकरण वाले भू-राजनीतिक माहौल के बीच तत्काल वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए भारत में मिलेंगे। आयोजन के लिए सुरक्षा और साजो-सामान संबंधी योजना में सुधार के लिए, भारत ने भित्ति चित्र, ड्रोन और लंगूरों के विशाल कटआउट सहित काफी बढ़िया तैयारी की है। जबकि उनमें से कई पहले ही आ चुके हैं और आज शहर में विश्व नेताओं का आगमन होगा।
केंद्रीय मंत्रियों को मेहमान देशों के राष्ट्राध्यक्षों की अगवानी की जिम्मेदारी दी गई है। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के कार्यालय द्वारा एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वैश्विक नेताओं के स्वागत की वीडियो साझा की गई है। जिसमें उन्होंने लिखा है- स्वागतम! भारत ऐतिहासिक जी20 सम्मेलन के लिए विश्व नेताओं का स्वागत करता है। भारतीय धरती पर वैश्विक नेताओं का एक महत्वपूर्ण जमावड़ा।
इटली के प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी का शुक्रवार, 8 सितंबर को नई दिल्ली के हवाई अड्डे पर केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने स्वागत किया। जी20 शिखर सम्मेलन के लिए प्रतिनिधिमंडल के पहले प्रमुख के रूप में दिल्ली पहुंचने पर नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू का स्वास्थ्य राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने स्वागत किया। मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगनाथ का भारत में केंद्रीय पर्यटन और बंदरगाह राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने स्वागत किया।
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन का 7 सितंबर को वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भारत में स्वागत किया। सम्मेलन के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा भी पहुंची हैं। डब्ल्यूटीओ के महानिदेशक डॉ. नगोजी ओकोन्जो-इवेला जी20 शिखर सम्मेलन के लिए 7 सितंबर को नई दिल्ली पहुंच चुके हैं। केंद्रीय जल शक्ति और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल का भारत में स्वागत किया।