बराक ओबामा सहित 500 लोगों पर रूस ने लगाया प्रतिबंध, नहीं ले पाएंगे मास्को में प्रवेश
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 20, 2023 03:18 PM2023-05-20T15:18:15+5:302023-05-20T15:19:45+5:30
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, रूस के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा उन 500 अमेरिकी नागरिकों में शामिल हैं, जिन्हें वाशिंगटन द्वारा घोषित प्रतिबंधों के नवीनतम दौर के जवाब में प्रतिबंधित किया जाएगा।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा
नई दिल्ली: रूसअमेरिका द्वारा अपने ऊपर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों का जवाब अपने तरीके से दे रहा है। हाल ही में लिए गए एक फैसले में रूस ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा सहित 500 लोगों के रूस में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, रूस के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा उन 500 अमेरिकी नागरिकों में शामिल हैं, जिन्हें वाशिंगटन द्वारा घोषित प्रतिबंधों के नवीनतम दौर के जवाब में प्रतिबंधित किया जाएगा।
रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह कदम विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ संयुक्त राष्ट्र में यात्रा करने वाले मीडिया को वीजा देने के लिए पिछले महीने अमेरिका के इनकार के बाद आया है।
रूस के विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है, "वाशिंगटन को बहुत पहले ही यह सीख लेना चाहिए था कि रूस पर एक भी शत्रुतापूर्ण हमला बिना सजा के नहीं होगा।"
मंत्रालय ने यह भी कहा कि रूस ने हिरासत में लिए गए वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर इवान गेर्शकोविच के लिए काउंसलर एक्सेस के अमेरिकी अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था। इवान गेर्शकोविच को इस साल मार्च में जासूसी के संदेह में गिरफ्तार किया गया था।
इससे पहले शुक्रवार, 19 मई को संयुक्त राज्य अमेरिका ने 300 से अधिक लोगों और संस्थाओं के खिलाफ अनुशासनात्मक उपायों की घोषणा की। अमेरिकी कार्रवाई का उद्देश्य यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस को दंडित करना और अब तक लागू किए गए सबसे कठोर प्रतिबंधों में से एक को और प्रभावी बनाना है।
बता दें कि रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के बाद से ही अमेरिका और पश्चिमी देशों की तरफ से रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं। इनमें रूस के तेल, गैस को न खरीदना और रूस के प्रभावशाली लोगों को अपने देश में प्रवेश न देना भी शामिल है। रूस भी जवाब में कई तरह के कदम उठाता रहता है।