हवा में पराग कण की अधिक मौजूदगी कोविड-19 के खतरे को बढ़ाती है :अध्ययन
By भाषा | Updated: March 10, 2021 22:32 IST2021-03-10T22:32:43+5:302021-03-10T22:32:43+5:30

हवा में पराग कण की अधिक मौजूदगी कोविड-19 के खतरे को बढ़ाती है :अध्ययन
बर्लिन, 10 मार्च हवा में पराग कणों का अधिक सकेंद्रण कोरोना वायरस संक्रमण की दर बढ़ाता है। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है।
यह अध्ययन विश्व के पांच महाद्वीप में किया गया।
अनुसंधानकर्ताओं ने जनसंख्या घनत्व और लॉकडाउन के प्रभावों को भी आंकड़ों में शामिल किया।
यह अध्ययन प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इसमें पांच महाद्वीपों के 31 देशों में 130 स्थानों से लिए गये पराग कण आंकड़ों का विश्लेषण किया गया।
अध्ययन की लेखिका स्टेफनी गिल्स ने कहा, ‘‘आप हवा में मौजूद पराग कणों का शिकार होने से बच नहीं सकते हैं।’’
हालांकि, जर्मनी के टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ म्यूनिख के अनुसंधानकर्ताओं ने इस बात का जिक्र किया है कि लोग बेहतर मास्क का उपयोग कर इससे बच सकते हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।