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Earthquake: 2 की मौत, बैंकॉक, म्यांमार, ढाका, चटगांव, कोलकाता और इंफाल में भूकंप?, घर से भागे लोग, कई इमारत जमींदोज, सड़कें पर बड़ी-बड़ी दरार, देखें वीडियो

By सतीश कुमार सिंह | Updated: March 28, 2025 15:22 IST

Earthquake LIVE: अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 7.7 थी। यूएसजीएस के अनुसार, भूकंप का केंद्र म्यांमा के सागाइंग से 16 किलोमीटर उत्तर-उत्तरपश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई पर था।

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ठळक मुद्देकोलकाता और इंफाल में भी हल्के झटके महसूस किए गए।पूर्वी गारो हिल्स में 4.0 रिक्टर पैमाने के भूकंप की सूचना दी।इमारतें हिल गईं तथा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

Earthquake LIVE: दक्षिण पूर्व एशिया में शुक्रवार को दो भीषण भूकंप ने तबाही मचा दी। बैंकॉक के आपातकालीन बचावकर्ताओं ने बताया कि भूकंप के कारण इमारत ढहने के बाद सात लोगों को बचाया गया और दो लोगों की मौत हो गई। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, 28 मार्च (शुक्रवार) को मध्य म्यांमार में 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया। USGS ने बताया कि भूकंप स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब 12:50 बजे सागाइंग शहर से 16 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई पर आया। इसके कुछ मिनट बाद दोपहर 1.03 बजे भारत में राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स में 4.0 रिक्टर पैमाने के भूकंप की सूचना दी। कोलकाता और इंफाल में भी हल्के झटके महसूस किए गए।

दक्षिण पूर्व एशिया में शुक्रवार को दो भीषण भूकंप आए जिससे थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक और पड़ोसी म्यांमार में इमारतें हिल गईं तथा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। शुरुआती खबरों के अनुसार, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मनी के जीएफजेड भूविज्ञान केंद्र ने बताया कि दोपहर को यह भूकंप 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर आया, जिसका केंद्र पड़ोसी देश म्यांमार में था।

इसके 12 मिनट बाद 6.4 तीव्रता का दूसरा भूकंप आया। बैंकॉक में ऊंची इमारतों की छतों पर बने ‘स्वीमिंग पूल’ का पानी भूकंप के कारण बाहर आ गया तथा कई इमारतों से मलबा गिरने लगा। बैंकॉक में भूकंप आने से एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत ढह गई। सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में एक बहुमंजिला इमारत धूल के गुबार के बीच ढहती नजर आ रही है।

वहां मौजूद लोग चीखते-चिल्लाते हुए भाग रहे हैं। पुलिस ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि वे बैंकॉक के ‘चटुचक मार्केट’ के पास स्थित घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य कर रहे हैं तथा उन्हें अभी इस बात की जानकारी नहीं है कि इमारत ढहने के समय कितने श्रमिक वहां मौजूद थे। भूकंप में किसी के हताहत होने की तत्काल कोई सूचना नहीं है।

 

थाईलैंड की प्रधानमंत्री पेटोंगटार्न शिनावात्रा ने भूकंप के प्रभाव का आकलन करने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। ग्रेटर बैंकॉक क्षेत्र की आबादी 170 लाख से अधिक है जिनमें से कई लोग ऊंची इमारतों वाले अपार्टमेंट में रहते हैं।

दोपहर करीब डेढ़ बजे भूकंप आने पर इमारतों में अलार्म बजने लगे और घनी आबादी वाले मध्य बैंकॉक की ऊंची इमारतों एवं होटल से लोगों को बाहर निकाला गया। इस भूकंप का केंद्र मध्य म्यांमा में था, जो मोनीवा शहर से लगभग 50 किलोमीटर (30 मील) पूर्व में है। म्यांमा की राजधानी नेपीता में भूकंप से धार्मिक स्थलों और मकानों को नुकसान पहुंचा है।

बैंकॉक भूकंप: कोलकाता, इंफाल में भी हल्के झटके महसूस किए गए

थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद शुक्रवार को कोलकाता और इंफाल में भी हल्के झटके महसूस किए गए। शुरुआती खबरों के अनुसार, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मनी के जीएफजेड भूविज्ञान केंद्र ने बताया कि दोपहर को यह भूकंप 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर आया, जिसका केंद्र पड़ोसी देश म्यांमार में था।

कोलकाता और आसपास के इलाकों में हल्के झटके महसूस किए। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, भूकंप के कारण शहर में जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। मणिपुर में, भूकंप के झटकों के कारण इंफाल के थंगल बाजार में लोगों में दहशत फैल गई जहां कई पुरानी बहुमंजिला इमारतें हैं। पुलिस ने बताया कि अभी तक नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

ढाका और चटगांव सहित बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार को 7.3 तीव्रता का भूकंप आया। इस दौरान किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं मिली है। बांग्लादेश मौसम विभाग के अनुसार, दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर आए भूकंप का केंद्र बांग्लादेश सीमा के पास म्यांमा के मांडले में था।

ढाका से भूकंप के केंद्र की दूरी 597 किलोमीटर है। समाचार वेबसाइट ‘प्रथम अलो’ ने मौसम विभाग के भूकंप अवलोकन एवं अनुसंधान केंद्र के कार्यवाहक अधिकारी मोहम्मद रुबायत कबीर के हवाले से बताया कि 7.3 तीव्रता वाले भूकंप को बड़ी भूकंपीय घटना के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को म्यांमा और थाईलैंड में भीषण भूंकप के कारण उत्पन्न स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि इस घड़ी में भारत दोनों देशों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। दक्षिण पूर्व एशिया में शुक्रवार को दो भीषण भूकंप आए जिससे थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक और पड़ोसी देश म्यांमा में इमारतें हिल गईं तथा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

शुरुआती खबरों के अनुसार, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मनी के जीएफजेड भूविज्ञान केंद्र ने बताया कि दोपहर को यह भूकंप 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर आया, जिसका केंद्र पड़ोसी देश म्यांमा में था। इसके 12 मिनट बाद 6.4 तीव्रता का दूसरा भूकंप आया।

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘म्यांमा और थाईलैंड में भूकंप के मद्देनजर पैदा हुई स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।’’ उन्होंने कहा कि इस संबंध में भारतीय अधिकारियों को तैयार रहने के लिए कहा गया है और विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के संपर्क में रहने को भी कहा गया है।

टॅग्स :भूकंपथाईलैंडम्यांमारनरेंद्र मोदीमणिपुर
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