गलवान घाटी संघर्ष में चीन के 38 जवान मरे थे, कई नदी की तेज धारा में बह गए थे; ऑस्ट्रेलियाई अखबार का दावा
By आजाद खान | Published: February 4, 2022 07:58 AM2022-02-04T07:58:15+5:302022-02-04T12:44:27+5:30
ऑस्ट्रेलियाई अखबार 'द क्लैक्सन' ने चीन के झूठ पर से पर्दा उठाया है। अखबार ने गलवान घाटी संघर्ष में कई चीनी सैनिकों के मारे जाने का खुलासा किया है।
भारत और चीन के बीच गलवान घाटी (Galwan Valley) में हुई संघर्ष के दौरान कई चीनी सैनिकों के मारे जाने का खुलासा हुआ है। यह खुलासा ऑस्ट्रेलियाई अखबार 'द क्लैक्सन' (The Klaxon) के एक लेख ने की है। लेखक के मुताबिक, चीन ने इस संघर्ष के दौरान मारे गए सैनिकों की संख्या को बहुत कम करके दिखाया, जबकि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के कुल 38 सैनिकों के मारे जाने की बात सामने आ रही है। उनके मुताबिक, चीनी सैनिक के करीब 38 जवान रात के अंधेरे में एक नदी को पार करते समय बह गए थे। हालांकि इस पर चीन ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
क्या हुआ खुलासा
ऑस्ट्रेलियाई अखबार 'द क्लैक्सन' के लेखक एंथनी क्लान ने दावा किया है कि चीन ने गलवान घाटी के संघर्ष के दौरान बड़ा झूठ बोला है। इस संघर्ष में उसने जहां केवल चार ही सैनिकों के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टी की है वहीं इस खुलासे में उसके 38 जवान के मरने की बात सामने आई है। अखबार का कहना है कि चीन ने मरने वाले चार सैनिकों में से केवल एक जूनियर सार्जेंट वांग जुओरान के डूबने की पुष्टी की हैं, लेकिन वांग के साथ कम से कम 38 पीएलए सैनिक डूबकर मरे थे। आपको बता दें कि यह खुलासा अखबार ने एक साल की रिपोर्ट के आधार पर तैयार किया है। इसमें सोशल मीडिया शोधकर्ताओं के एक समूह की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट का हवाला दिया गया है।
दोनों देशों के जवान भिड़े थे आपस में
गलवान घाटी का यह संघर्ष 15 जून और 16 जून, 2020 की रात को घटी थी। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के आमने-सामने होने पर यह भिंड़त हुई थी। इसके बाद भारत ने कहा था कि इस संघर्ष में उसके 20 सैनिकों की मौत हो गई थी। बताया जाता है कि दोनों देशों के बीच इतना घातक संघर्ष चार दशकों के बाद हुआ है। चीनी मीडिया पर इस झड़प को सही से कवर नहीं करने का भी आरोप लगा था। इस घटना के बाद पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भी दोनों देशों के सेनाओं से झड़प हुई थी। आपको बता दें कि इन दोनों झड़प में चीन ने कुछ सही से खुलासा नहीं किया था।