डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान, 'चीन के साथ सीमा पर तनाव को लेकर पीएम मोदी का मूड ठीक नहीं है'
By पल्लवी कुमारी | Published: May 29, 2020 08:15 AM2020-05-29T08:15:06+5:302020-05-29T08:15:06+5:30
भारत ने कहा है कि चीनी सेना लद्दाख और सिक्किम में एलएसी पर उसके सैनिकों की सामान्य गश्त में अवरोध पैदा कर रही है। भारत ने चीन की इस दलील को पूरी तरह खारिज कर दिया कि भारतीय बलों द्वारा चीनी पक्ष की तरफ अतिक्रमण से दोनों सेनाओं के बीच तनाव बढ़ गया।
नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा विवाद पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने मध्यस्थता के अपने ऑफर को दोहराते हुए कहा है कि भारत- चीन सीमा विवाद को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी का 'मूड ठीक नहीं' है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीमा पर भारत और चीन के बीच जारी तनाव को लेकर फिर से मध्यस्थता की पेशकश की है। भारतीय पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि चीन-भारत सीमा विवाद को लेकर पीएम मोदी का मूड अच्छा नहीं है।
डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान ओवल में गुरुवार (28 मई) को यह बयान दिया। एक भारतीय पत्रकार के सवाल पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ''मैं आपके प्रधानमंत्री को बहुत पसंद करता हूं। वह एक बहुत ही सज्जन हैं। भारत और चीन के बीच बड़े टकराव की स्थिति है। दोनों देशों के पास एक-एक अरब 40-40 करोड़ की आबादी है। दोनों की पास काफी मजबूत सेना हैं। भारत खुश नहीं है और शायद चीन भी खुश नहीं है। मैंने पीएम मोदी से बात की थी और चीन के साथ जो कुछ भी चल रहा है उसे लेकर उनका मूड ठीक नहीं है।''
#WATCH "We have a big conflict going on between India & China, 2 countries with 1.4 billion people & very powerful militaries. India is not happy & probably China is not happy, I did speak to PM Modi, he is not in a good mood about what's going on with China": US President Trump pic.twitter.com/1Juu3J2IQK
— ANI (@ANI) May 28, 2020
मध्यस्थता के ऑफर को डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से दोहराया
डोनाल्ड ट्रंप से उनके भारत-चीन सीमा विवाद पर मध्यस्थता वाले ट्वीट को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने मध्यस्थता के ऑफर को दोहराते हुए कहा, 'अगर मुझसे मदद मांगी जाती है तो मैं यह (मध्यस्थता) करूंगा।'
डोनाल्ड ट्रंप ने 27 मई भारत और चीन के बीच सीमा विवाद में मध्यस्थता करने की पेशकश की थी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार (27 मई) को अचानक भारत और चीन के बीच सीमा विवाद में मध्यस्थता करने की पेशकश की और कहा कि वह दोनों पड़ोसी देशों की सेनाओं के बीच जारी गतिरोध के दौरान तनाव कम करने के लिए ‘तैयार, इच्छुक और सक्षम’ हैं। ट्रंप ने पहले कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच भी मध्यस्थता की पेशकश की थी, लेकिन नई दिल्ली ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। भारत का कहना है कि द्विपक्षीय संबंधों में तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 27 मई को सुबह-सुबह ट्वीट किया था, ‘‘हमने भारत और चीन दोनों को सूचित किया है कि अमेरिका उनके इस समय जोर पकड़ रहे सीमा विवाद में मध्यस्थता करने के लिए तैयार, इच्छुक और सक्षम है। धन्यवाद।’’
भारत ने ट्रंप की मध्यस्थता पेशकश पर क्या दिया था जवाब?
भारत ने डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता की पेशकश पर गुरुवार( 28 मई) को कहा था कि सीमा पर जारी गतिरोध के शांतिपूर्ण समाधान के लिए चीन के साथ बातचीत जारी है। भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की पेशकश को लेकर बहुत ही सतर्कता से जवाब दिया था। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा था, ''हमलोग शांतिपूर्ण समाधान के लिए चीन से संपर्क में हैं।''
चीन के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने यह भी कहा कि बीजिंग और नयी दिल्ली में राजनयिक माध्यमों से बातचीत हो रही है और वाशिंगटन को इसमें कोई लेना-देना नहीं है।