लाइव न्यूज़ :

बिल गेट्स के सहयोगी की नयी किताब में ‘‘अर्थशास्त्र’’ की खोज

By भाषा | Updated: June 27, 2019 15:51 IST

भारत की यह प्राचीन किताब पूर्व आधुनिक दुनिया में राजनीति का व्यापक नजरिया पेश करती है। क्रिश्चियन मैक्वेरी यूनिवर्सिटी बिग हिस्ट्री स्कूल के सह-निर्माता भी हैं।

Open in App

बिल गेट्स के साथ ‘बिग हिस्ट्री प्रोजेक्ट’ के सह-संस्थापक डेविड क्रिस्चियन ने अपनी नयी किताब में ‘‘अर्थशास्त्र’’ के बारे में विस्तार से बात की है। क्रिस्चियन की नयी किताब ‘‘ऑरिजिन स्टोरी: ए बिग हिस्ट्री ऑफ एवरीथिंग’’ आयी है। उनका कहना है अर्थशास्त्र हर किसी के लिए है और इसकी उपयोगिता हर जगह है।भारत की यह प्राचीन किताब पूर्व आधुनिक दुनिया में राजनीति का व्यापक नजरिया पेश करती है। क्रिश्चियन मैक्वेरी यूनिवर्सिटी बिग हिस्ट्री स्कूल के सह-निर्माता भी हैं। यह प्राथमिक और हाई स्कूल के छात्रों के लिए इतिहास में ऑनलाइन पाठ्यक्रम प्रदान करता है।'बिग हिस्ट्री प्रोजेक्ट' ने ब्रह्मांड के इतिहास पर एक मुफ्त ऑनलाइन पाठ्यक्रम का निर्माण किया है और दुनिया भर के कई स्कूलों में इसे पढ़ाया जाता है। उनका कहना है कि चीन की तरह भारत भी पिछले 2,000 वर्षों में एफ्रो-यूरेशिया की आर्थिक, सैन्य, राजनीतिक और सांस्कृतिक महाशक्तियों में एक था।

टॅग्स :बिल गेट्सइकॉनोमी
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारचुनौतियों के बावजूद उम्मीद से अधिक है देश की विकास दर

कारोबारगांवों में साहूकारों के जाल से किसानों को बचाने की चुनौती, ब्याज दरें 17-18 फीसदी से भी अधिक

बॉलीवुड चुस्कीKyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi 2: धारावाहिक करेंगे माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स?, स्मृति ईरानी ने कहा-‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ दिखेंगे

विश्वNobel Prize 2025: जोएल मोकिर, फिलिप अघियन और पीटर हॉविट को दिया जाएगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार

कारोबारअमीर-गरीब के बीच बढ़ती खाई की चुनौती, देश में 358 अरबपति, 13 साल पहले की तुलना में 6 गुना अधिक

विश्व अधिक खबरें

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए