जिनेवा, एक दिसंबर (एपी) संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन एजेंसी ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी ने दुनिया भर में प्रवासन को ‘‘पूरी तरह बदल दिया’’ है। एक नयी रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया है कि जब तक यात्रा और अन्य प्रतिबंध लागू रहेंगे तब तक अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों की संख्या में गिरावट आने की संभावना है।
अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) ने बुधवार को विश्व प्रवासन रिपोर्ट 2022 जारी की। इसमें प्रवासन के नवीनतम रुझानों का समग्र विवरण है। युद्ध और संघर्ष से भाग रहे लोगों से लेकर विदेश में नौकरी की तलाश करने वाले श्रमिकों और पिछले दो वर्षों में ऐसे लोगों की आवाजाही का ब्योरा दिया गया है।
आईओएम आंतरिक विस्थापन यानी देशों के भीतर प्राकृतिक आपदाओं, संघर्ष और हिंसा के कारण विस्थापन में ‘‘नाटकीय वृद्धि’’ की ओर इशारा करता है क्योंकि कोविड-19 की वजह से पिछले दो वर्षों में दुनिया के अधिकतर हिस्से में सीमाएं बंद थी।
आईओएम के महानिदेशक एंटोनियो विटोरिनो ने कहा, ‘‘हम मानव इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया एक विरोधाभास देख रहे हैं। कोविड-19 की वजह से अरबों लोगों की आवाजाही सीमित हो गई वहीं लाखों लोग अपने ही देशों में विस्थापित हो गए हैं।’’
रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में दुनिया भर में लगभग 28.1 करोड़ अंतरराष्ट्रीय प्रवासी थे, जो कि वैश्विक आबादी का 3.6 प्रतिशत है। वर्ष 2019 तक 27.2 करोड़ लोग विस्थापित हुए थे। कुल प्रवासियों में से लगभग 60 प्रतिशत प्रवासी श्रमिक थे।
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