Coronavirus: ओबामा के बाद नोम चॉम्स्की ने ट्रंप पर किया हमला, कहा- डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी ही नहीं दुनिया भर में हजारों मौतों के दोषी
By अनुराग आनंद | Published: May 12, 2020 06:17 AM2020-05-12T06:17:02+5:302020-05-12T06:17:02+5:30
नोम चॉम्स्की ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हजारों अमेरिकियों की मौत के लिए दोषी हैं।
न्यूयॉर्क: दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से महामारी फैली हुई है। अमेरिका इस महामारी से काफी ज्यादा प्रभावित है। यही वजह है कि इस महामारी से लड़ने में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के रवैये पर तरह-तरह से सवाल उठाए जा रहे हैं।
पिछले दिनों पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की थी, अब अमेरिका के विचारक व प्रोफेसर नोम चॉम्स्की ने ट्रंप पर हमला किया है।
नोम चॉम्स्की ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हजारों अमेरिकियों की मौत के लिए दोषी हैं। चॉम्स्की ने कहा कि ट्रंप ने चुनावी फायदा उठाने और कारोबारियों की जेब भरने के खातिर अमेरिकियों की जान दांव पर लगा दी।
द गार्जियन के मुताबिक, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति देश का रक्षक बनने का नाटक करते हुए आम अमेरिकियों की पीठ में छुरा भोंक रहे थे। उन्होंने कहा कि दोबारा अमेरिकी राष्ट्रपति बनने का ख्वाब देख रहे ट्रंप ने अमीर कारोबारियों के फायदे के लिए हेल्थकेयर और संक्रामक बीमारियों के रिसर्च की फंडिंग में कटौती करने जैसे कदम उठाए। इसके अलावा, उन्होंने अमेरिका ही नहीं दुनिया के कई मुल्क के लोगों के मारे जाने के के पीछे ट्रंप के फैसला को जिम्मेदार बताया है।
इसके अलावा, बता दें कि पिछले दिनों अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के तरीके को लेकर उनकी कड़ी आलोचना की है। ओबामा ने अपने पूर्व प्रशासन के सदस्यों के साथ बातचीत के दौरान ट्रम्प के पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन के खिलाफ न्याय मंत्रालय द्वारा आपराधिक मामला समाप्त किए जाने के बारे में भी कहा है कि ‘‘कानून के शासन की मूलभूत समझ को खतरा है’’।
ओबामा ने अपने समर्थकों से राष्ट्रपति पद के चुनाव में पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडेन का समर्थन करने की अपील की जिनके तीन नवंबर को होने वाले चुनाव में ट्रम्प के खिलाफ मैदान में उतरने की संभावना है। ओबामा ने कहा, ‘‘हम स्वार्थी होने, विभाजित होने और दूसरों को शत्रु की तरह देखने जैसी लंबे समय से चली आ रही प्रवृत्तियों से लड़ रहे हैं और ये प्रवृत्तियां अमेरिकी जीवन में मजबूती से घर बना चुकी है।
हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी यही देख रहे हैं। यही कारण है कि इस वैश्विक संकट को लेकर प्रतिक्रिया और कार्रवाई इतनी कमजोर और दागदार है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह पूरी तरह अराजकतापूर्ण आपदा है क्योंकि मानसिकता यह है कि ‘इसमें मेरे लिए क्या है।’’’ उल्लेखीय है कि ‘जॉन्स हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी’ के अनुसार अमेरिका में इस संक्रमण से 78,400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 13 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं।