Coronavirus Effect: यूएस टेक वर्कर्स ने इस वजह से की ट्रंप से एच-1बी वीजा और एच-2बी वीजा कार्यक्रम को निलंबित करने की अपील
By भाषा | Published: April 1, 2020 03:45 PM2020-04-01T15:45:28+5:302020-04-01T15:45:28+5:30
एक गैर लाभकारी संगठन यूएस टेक वर्कर्स ने कहा, 'हमने एक पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) से आर्थिक संकट के मद्देनजर इस साल एच-1बी और एच-2बी वीजा कार्यक्रम को निलंबित कर दिया जाए।'
वॉशिंगटन: अमेरिकी तकनीकी श्रमिकों का प्रतिनिधित्व करने वाली एक संस्था ने कोरोना वायरस महामारी के कारण बड़े पैमाने पर छंटनी के बीच अपने हितों की रक्षा के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) से इस साल एच-1बी वीजा (H-1B visa) कार्यक्रम को बंद करने का आग्रह किया है। गौरतलब है कि इस वीजा की भारतीय आईटी पेशेवरों के बीच सबसे अधिक मांग है।
एच-1बी वीजा एक गैर-प्रवासी वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता रखने वाले विदेशी कर्मचारियों को विशेष व्यवसायों में नौकरी देने की अनुमति देता है। अमेरिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस वीजा कार्यक्रम पर निर्भर हैं।
एक गैर लाभकारी संगठन यूएस टेक वर्कर्स ने ट्रंप को अपने पत्र में अस्थाई रूप से आए विदेशी कामगारों के लिए एच-2बी वीजा (H-2B visa) कार्यक्रमों को निलंबित करने का आग्रह किया। संस्था ने कहा, 'हमने एक पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) से आर्थिक संकट के मद्देनजर इस साल एच-1बी और एच-2बी वीजा कार्यक्रम को निलंबित कर दिया जाए।'