Coronavirus: कोरोना वायरस की आड़ में चीन की कार्रवाई, दलाई लामा का आधिकारिक आवास किया बंद
By स्वाति सिंह | Published: January 27, 2020 10:59 AM2020-01-27T10:59:07+5:302020-01-27T11:00:20+5:30
रविवार को इस विषाणु से अकेले चीन में मरने वालों की तादाद 56 हो गई। वहीं सार्स (सिवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) जैसे विषाणुओं से संक्रमित होने वालों की संख्या 3000 पहुंचने की उम्मीद हैं जिसके मद्देनजर प्रशासन ने महामारी को फैलने से रोकने के लिए यात्रा प्रतिबंधों में विस्तार किया है।
कोरोना वायरस के फैलाव के मद्देनजर तिब्बत में आध्यात्मिक नेता दलाई लामा का आधिकारिक निवास पोटाला पैलेस सोमवार से बंद हो जाएगा। चीन सरकार ने राष्ट्रव्यापी प्रयासों के हिस्से के तौर पर यह फैसला लिया है। हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक आधिकारियों का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पोटाला महल को बंद किया गया है। पोटाला पैलेस बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए सांस्कृतिक और धार्मिक केंद्र रहा है। हालांकि, चीन सरकार ने ये स्पष्ट नहीं किया है कि कब तक पोटाला पैलेस को बंद रखा जाएगा।
बता दें कि रविवार को इस विषाणु से अकेले चीन में मरने वालों की तादाद 56 हो गई। वहीं सार्स (सिवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) जैसे विषाणुओं से संक्रमित होने वालों की संख्या 3000 पहुंचने की उम्मीद हैं जिसके मद्देनजर प्रशासन ने महामारी को फैलने से रोकने के लिए यात्रा प्रतिबंधों में विस्तार किया है। हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान जो 1।1 करोड़ आवादी वाला शहर है और संक्रमण का मुख्य केंद्र हैं के महापौर ने रविवार को बताया कि 56 लोगों की मौत हुई है 1975 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है जबकि शहर में 1,000 नए मरीजों की आशंका है।
पोटाला पैलेस सैलानियों का मुख्य आकर्षण केंद्र
दलाई लामा का पोटाला पैलेस तिब्बत में सैलानियों का मुख्य आकर्षण केंद्र है। यहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। बताया जा रहा है कि चीनी सरकार ने पोटाला पैलेस को बंद करने का फैसला बड़े पैमाने पर लोगों के मूवमेंट को रोकने के लिए किया गया है। इसके साथ ही चीन ने सभी ट्रेवल एजेंसियों को घरेलू और विदेशी विमानन कंपनियों के टिकट न बेचने को कहा है। गौरतलब है कि चीन दलाई लामा को एक अलगाववादी बताता है जो तिब्बत को चीन से अलग करना चाहते हैं, लेकिन 1989 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किए गए दलाई लामा का कहना है कि वह तिब्बतियों के लिए धार्मिक स्वतंत्रता और स्वायत्तता समेत अधिक अधिकार चाहते हैं।