चीन की मीटू पीड़िताओं ने लोगों के बीच अपनी बात रखने को लेकर बदसलूकी का सामना किया
By भाषा | Updated: December 16, 2021 21:51 IST2021-12-16T21:51:32+5:302021-12-16T21:51:32+5:30

चीन की मीटू पीड़िताओं ने लोगों के बीच अपनी बात रखने को लेकर बदसलूकी का सामना किया
ताइपे, 16 दिसंबर अलीबाबा की एक कर्मचारी ने दावा किया है कि मानव संसाधन (एचआर) अधिकारियों और ऊपरी प्रबंधन यौन उत्पीड़न के उनके आरोपों का निस्तारण नहीं करेंगे। इसलिए वह चीनी ई-कॉमर्स कंपनी के मुख्यालय में व्यस्त कैफेटेरिया में गई और जोर-जोर से अपना व्यथा बयां की।
अब वह ऑनलाइन छींटाकशी और अलीबाबा के एक उपाध्यक्ष से मानहानि के मुकदमे का सामना कर रही हैं। उन्होंने हाल में खुलासा किया कि कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया है।
चीन में महिलाएं यौन उत्पीड़न के बारे में सार्वजनिक रूप से कुछ कहने पर अक्सर ही इस तरह की समस्याओं का सामना करती हैं।
सर्वाधिक हाईप्रोफाइल मामला, चीन की पूर्व टेनिस खिलाड़ी पेंग शुई का सार्वजनिक जीवन से ओझल होना है। दरअसल, उन्होंने पूर्व उच्च स्तरीय अधिकारी झांग गाओली पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
इस तरह के माहौल में महिला अधिकार कार्यकर्ताओं को डर है कि बहुत कम पीड़िता आवाज उठाने की हिम्मत करेंगी।
मीटू कार्यकर्ता झोउ शियोशुआन ने कहा, ‘‘यह गलत करने वालों को मदद करेगा और कार्यस्थल को और बदतर बनाएगा। ’’
अलीबाबा की पूर्व कर्मचारी ने अपने खुद के अनुभव का हवाला देते हुए डाहे डेली से कहा कि वह अन्य महिलाओं को आगे आने के लिए प्रेरित नहीं करेंगी।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।