लंदन:ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के लंदन स्थित बकिंघम पैलेस में रहने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है। रविवार को छपी एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महारानी ने विंडसर कैसल को अपने स्थायी निवास के तौर पर चुना है।
95 साल की महारानी पारंपरिक कैसल में केवल एक सप्ताहांत में आती है क्योंकि वह साल 2020 में कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान विंडसर कैसल चली गई थीं। 'द संडे टाइम्स' के अनुसार महारानी अब विंडसर कैसल के घर को मुख्य आधिकारिक निवास की बजाय ज्यादा पसंद करती हैं, जो मध्य लंदन में बकिंघम पैलेस के ठीक विपरीत है।
लंदन में बकिंघम पैलेस साल 1837 से ब्रिटिश सम्राटों का आधिकारिक निवास रहा है। जिस पर 10 सालों में 36.9 मिलियन पाउंड के खर्च से रेनोवेशन का कार्य होना है।
ब्रिटेन की महारानी ने रेनोवेशन के कारण केवल अस्थायी तौर अपने निजी अपार्टमेंट से बाहर निकल और महल के दूसरे हिस्से में गई थीं। क्योंकि उनके क्वार्टर का के मरम्मत का काम चल रहा था। 21 अप्रैल को महारानी का 96वां जन्मदिन है।
समाचार पत्र ने एक शाही सूत्र के हवाले से कहा कि विंडसर कैसल पहले केवल रानी का अस्थाई घर था और जून में ईस्टर और रॉयल एस्कॉट दौड़ के लिए विंडसर कैसल उनका ठिकाना हुआ करता था। लेकिन अब कैसल में महारानी को जीवन ज्यादा पसंद आ रहा है क्योंकि उनके अपने पति दिवंगत ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग के साथ लंदन छोड़ने के बाद से पिछले दो वर्षों में उन्होंने विंडसर कैसल में काफी समय बिताया है।
इसका मतलब है कि उनके बेटे और वारिस प्रिंस ऑफ वेल्स चार्ल्स और पत्नी कैमिला बकिंघम पैलेस में निवास करने के लिए शाही परिवार के अगले सदस्य माने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि 73 साल के चार्ल्स वर्तमान लंदन स्थित अपने घर क्लेरेंस हाउस को ज्यादा पसंद करते हैं, लेकिन बकिंघम पैलेस के राजा के रूप में कार्यभार संभालने के बाद राजशाही मुख्यालय बन सकता है।
अखबार की रिपोर्ट के अनुसार प्रिंस ऑफ वेल्स जनता को महल के निजी शाही आवासों तक अधिक पहुंच प्रदान करने की योजना बना रहे हैं। बकिंघम पैलेस 775 कमरों से बनी एक भव्य इमारत है। रानी का अगला नियोजित कार्यक्रम विंडसर कैसल के बाहर 14 मार्च को लंदन के वेस्टमिंस्टर एब्बे में राष्ट्रमंडल दिवस की सर्विस का है, जो पांच महीनों में शाही निवास से दूर उनका पहला आधिकारिक कार्यक्रम होगा।