भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त ने कहा, '15 अगस्त को पीएम सुनक ने 'जय श्री राम' कहकर लॉर्ड कर्जन का गला घोंट दिया"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: August 27, 2023 10:44 IST2023-08-27T10:26:19+5:302023-08-27T10:44:55+5:30
भारत की जी20 की अध्यक्षता के लिए तयशुदा निर्धारित मानदंड को परखने के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस पर 'जय श्री राम' के उद्घोष को आधार माना जा सकता है।

भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त ने कहा, '15 अगस्त को पीएम सुनक ने 'जय श्री राम' कहकर लॉर्ड कर्जन का गला घोंट दिया"
नई दिल्ली: भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने बीते शनिवार को कहा कि वैश्विक परिदृश्य में भारत की जी20 की अध्यक्षता के लिए तयशुदा निर्धारित मानदंड को परखने के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस पर 'जय श्री राम' के उद्घोष को आधार माना जा सकता है।
ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने समाचार चैनल एनडीटीवी के जी20 कॉन्क्लेव में बोलते हुए कहा, "भारत यूके में सभी तीन वीजा श्रेणियों, छात्र, विजिटर और कुशल श्रमिक में शीर्ष पर है। क्या आपने कभी सोचा था कि इस 15 अगस्त को जब भारत अपनी आजादी का जश्न मना रहा था, लंदन के 10 डाउनिंग स्ट्रीट में एक ऐसा शख्स होगा, जो जय श्री राम बोलेगा?”
उन्होंने 1905 में बंगाल विभाजन की साजिश रचने वाले भारत के तत्कालीन वायसराय का जिक्र करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा जय श्री राम कहा जाना, ऐसे है मानों लॉर्ड कर्जन का गला घोंट दिया गया होगा।"
ब्रिटेन के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने 15 अगस्त को कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में आध्यात्मिक नेता मोरारी बापू द्वारा 'राम कथा' पाठ में भाग लिया था, यह कार्यक्रम उसी दिन था, जिन दिन बारत अपनी स्वतंत्रता दिवस मना रहा था।
मोरारी बापू के राम कथा में "जय सिया राम" का उद्घोष करते हुए ब्रिटिश पीएम सुनक ने अपने संबोधन में कहा, "भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर मोरारी बापू की राम कथा में उपस्थित होना मेरे लिए बेहद गर्व की बात है।"
उन्होंने कहा, "मेरे लिए विश्वास बहुत व्यक्तिगत है। यह मेरे जीवन के हर पहलू में मेरा मार्गदर्शन करता है। प्रधानमंत्री बनना एक बड़ा सम्मान है, लेकिन यह एक आसान काम नहीं है। कठिन निर्णय लेने होते हैं, कठिन विकल्पों का सामना करना पड़ता है और हमारा विश्वास हमें बल देता है।"
प्रधानमंत्री सुनक ने कहा, ''मुझमें अपने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्य करने का साहस, ताकत और लचीलापन अपने इसी धर्म से मिलता है।''