लाइव न्यूज़ :

जर्मनी में अश्वेत युवक की पुलिस गोलाबारी में हुई मौत, विरोध में सैकड़ों प्रदर्शनकारी उतरे सड़क पर

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: August 10, 2022 21:49 IST

जर्मनी के डॉर्टमुंड शहर में 16 साल के एक अश्वेत की पुलिस गोलाबारी में मौत हो गई है। जिसके बाद करीब 200 अश्वेतों ने पुलिस पर हत्या का मामला दर्ज करने के लिए विरोध-प्रदर्शन कियाय़

Open in App
ठळक मुद्देजर्मनी के डॉर्टमुंड शहर में पुलिस के हाथों गोली चलने से एक अश्वेत युवक की मौत हो गई घटना के बाद करीब 200 अश्वेत नागरिकों ने डॉर्टमुंड शहर में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया डॉर्टमुंड पुलिस ने प्रदर्शन को शांतिपूर्ण बताते हुए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है

बर्लिन: जर्मन पुलिस के एक अधिकारी की गोली से मारे गये 16 साल के अश्वेत युवक के मामले में मंगलवार को जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। युवक की मौत से नाराज करीब 200 अश्वेत प्रदर्शनकारियों ने पश्चिमी जर्मनी के डॉर्टमुंड शहर में पुलिस पर हत्या का मामला दर्ज कराने के लिए काफी उग्र स्वरूप में नारेबाजी की।

इस मामले में डॉर्टमुंड पुलिस ने कहा कि अश्वेत नागरिकों के विरोध के बाद उनकी शिकायत को दर्ज कर लिया गया है और उनका प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। हालाकि पुलिस ने अपने दावे के उलट शहर के एक पुलिस स्टेशन में प्रदर्शन करने वाले अश्वेत नागरिकों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया।

घटना के संबंध में राज्य के अभियोजक पक्ष ने बताया कि सेनेगल के एक नाबालिग शरणार्थी कैंप में रह रहे एक अश्वेत युवक को पुलिस द्वारा गोली मार दी गई। इस मामले में कैंप के स्टाफ सदस्य का कहना है कि उसने पुलिस को आपातकालीन कॉल इसलिए किया था क्योंकि मारा गया अश्वेत युवक उसे चाकू दिखा रहा था। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे काबू करने का प्रायास किया और इसी दौरान गोली लगने के कारण उसकी मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक आक्रामक को रहे अश्वेत युवक को काबू करने में कुल ग्यारह पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे थे। पुलिस की प्रारंभिक जांच में कहा गया है कि पुलिस उसे सरेंडर के लिए लगातार कह रही थी लेकिन वो अधिकारियों की बात नहीं सुन रहा था और इस बात का लगातार डर बना हुआ था कि वो चाकू से किसी पर भी हमला कर सकता था।

पुलिस अधिकारियों ने उस पहले निहत्था करने का प्रयास किया लेकिन उस दौरान चली गोली से वो घायल हो गया। उसके बाद उसे आपातकालीन ऑपरेशन के लिए अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। 

घटना के जांच के प्रभारी अभियोजक कार्स्टन डोम्बर्ट ने कहा, "गोली चलाने वाले पुलिस अधिकारी की फिलहाल जांच की जा रही है, जैसा कि ऐसे मामलों में अक्सर होता है और उस जांच के नतीजे आने में अभी कई हफ्ते लगेंगे।"

उन्होंने कहा कि मामला चूंकि खुद पुलिस से जुड़ा है, इसलिए जांच की निष्पक्षता को बनाये रखने के लिए रेक्लिंगहौसेन शहर की पुलिस इसे देखेगी और डॉर्टमुंड की पुलिस जांच में सहयोग करेगी।

मालूम हो कि जर्मनी में पुलिस गोलीबारी में मारे जाने की घटनाएं बेहद कम होती हैं। एक अध्ययन के मुताबिक साल 2020 में जर्मन पुलिस ने आक्रामक लोगों पर काबू पाने के लिए 159 बार हथियारों का प्रयोग किया। जिनमें 49 चेतावनी शॉट थे। वहीं पुलिस द्वारा चलाई गई गोली में कुल 15 लोगों की मौत हुई है और 41 लोग घायल हुए हैं।

टॅग्स :जर्मनीBerlin
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारभारत जल्दबाजी में या बंदूक तानकर ट्रेड डील नहीं करता, बर्लिन डायलॉग में बोले उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, अमेरिका-ईयू से वार्ता जारी

भारतएफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कपः 24 टीम और 6 ग्रुप, 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चेन्नई और मदुरै में आयोजन, चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ टीम इंडिया

भारतOstrava Golden Spike 2025: 85.29 मीटर थ्रो?, गोल्डन स्पाइक मीट में पहली बार उतरे और जीता गोल्ड

भारतजर्मनी के साथ मिलकर आतंकवाद और आर्थिक विकास पर काम करें, विदेश मंत्री जोहान वेडफुल से मिले भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद

कारोबारVolkswagen layoffs: ऑटोमेकर की 35,000 नौकरियों में कटौती की योजना, 20,000 अनुबंध समय से पहले समाप्त करने पर सहमत

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका