Bangladesh Protest: शेख मुजीब की प्रतिमा के गले में रस्सी डाल कर गिराया गया, चला बुल्डोजर, ढाका में जमकर उत्पात, देखें वीडियो
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: August 6, 2024 10:28 IST2024-08-06T10:27:33+5:302024-08-06T10:28:38+5:30
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में शेख मुजीब की कई आदमकद प्रतिमाएं थीं। कुछ को हथौड़े से तोड़ा गया, कुछ पर बुल्डोजर चलाए गए तो कुछ मूर्तियों को रस्सियों में बांधकर गिरा दिया गया।

Bangladesh Protest: शेख मुजीब की प्रतिमा के गले में रस्सी डाल कर गिराया गया
Bangladesh Protest Live Coverage: बांग्लादेश में शेख हसीना के देश छोड़ने और प्रधानमंत्री पर से इस्तीफा देने के बाद भी सड़कों पर उतरे लोग शांत नहीं हुए। भीड़ ने बांग्लादेश के संस्थापक और शेख हसीना के पिता शेख बंग बंधु शेख मुजीब उर रहमान की प्रतिमा को तोड़ दिया। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में शेख मुजीब की कई आदमकद प्रतिमाएं थीं। कुछ को हथौड़े से तोड़ा गया, कुछ पर बुल्डोजर चलाए गए तो कुछ मूर्तियों को रस्सियों में बांधकर गिरा दिया गया। प्रतिमाएं तोड़ते हुए प्रदर्शनकारी नारे भी लगा रहे थे। खेख मुजीब की प्रथिमाएं तोड़े जाने की कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं।
जो कौमें अपने राष्ट्र पिता और नायकों का अपमान करती है, तो उनका पतन निश्चित है।
— Brajesh Misra (@brajeshlive) August 6, 2024
शेख मुजीब बांग्लादेश के जनक और आजादी की लड़ाई के महान नायक थे। बांग्लादेशियों को नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान उनके साथ किस तरह गुलाम की माफिक बरताव करता था। खौफनाक जुल्म ढाए जाते थे। अत्याचार की तब… pic.twitter.com/aj0V7P8mPU
Bangladeshis demolished the statue of the man who led the movement to create Bangladesh. He was murdered with his entire family, except two of his daughters, who finally went into exile on Monday. History will be rewritten. pic.twitter.com/5eZR1K7U6p
— ᴋᴀᴍʟᴇsʜ sɪɴɢʜ / tau (@kamleshksingh) August 5, 2024
Dhaka has fallen… yet the hate against Sheikh Mujibur Rahman continues… pic.twitter.com/PbCIxOBcEs
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) August 5, 2024
बता दें कि शेख हसीना के सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले और बाद में पूरे बांग्लादेश में पुलिस गोलीबारी, भीड़ की हिंसा और आगजनी में कम से कम 135 मौतें हुईं। अब जब शेख हसीना ने देश छोड़ दिया है तब सेना ने कमान अपने हाथ में ले ली है। आर्मी चीफ ने पहले ही कहा था कि एक अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी सेना संभालेगी।
अब सामने आया है कि नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मुहम्मद यूनुस बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार होंगे। आंदोलन के प्रमुख समन्वयकों में से एक नाहिद इस्लाम ने मंगलवार सुबह सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में कहा कि प्रोफेसर यूनुस छात्र समुदाय के आह्वान पर देश को बचाने की खातिर यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हो गए हैं।
बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने घोषणा की थी कि संसद को भंग करने के बाद जल्द से जल्द अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा। शहाबुद्दीन ने सोमवार देर रात टेलीविजन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा करने का भी आदेश दिया है, जो कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से घर में नजरबंद हैं। नाहिद ने राष्ट्रपति से डॉ. यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनाने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाने का आग्रह किया।