ऑस्ट्रेलिया: खालिस्तान समर्थकों ने हिंदू मंदिर को फिर से बनाया निशाना, ब्रिस्बेन में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में की तोड़फोड़
By अंजली चौहान | Updated: March 4, 2023 09:48 IST2023-03-04T09:43:32+5:302023-03-04T09:48:55+5:30
घटना के बाद मंदिर के अध्यक्ष सतिंदर शुक्ला ने द ऑस्ट्रेलिया टुडे से बातचीत करते हुए बताया कि मंदिर के पुजारी और भक्तों ने आज सुबह फोन किया और मुझे हमारे मंदिर की चारदीवारी पर लिखे नारे और तोड़फोड़ के बारे में सूचित किया।

(photo credit: Laxmi Narayan Mandir)
ब्रिस्बेन: ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाए जाने का सिलसिला एक के बाद एक बढ़ता ही जा रहा है। शनिवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिस्बेन के दक्षिण में बरबैंक उपनगर में स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर को कथित तौर पर "खालिस्तानी समर्थकों" द्वारा तोड़ा गया है।
ऑस्ट्रेलिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, खालिस्तानी समर्थकों ने कथित तौर पर भारत विरोधी नारों को मंदिर की दीवारों पर लिखा और मंदिर में तोड़फोड़ की। घटना के बाद मंदिर के अध्यक्ष सतिंदर शुक्ला ने द ऑस्ट्रेलिया टुडे से बातचीत करते हुए बताया कि मंदिर के पुजारी और भक्तों ने आज सुबह फोन किया और मुझे हमारे मंदिर की चारदीवारी पर लिखे नारे और तोड़फोड़ के बारे में सूचित किया। शुक्ला ने कहा कि प्रबंधन समिति ने पुलिस अधिकारियों को घटना की सूचना दे दी है और मामले में जांच जारी है।
ऑस्ट्रेलिया में ये पहली बार नहीं है, जब हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है। खालिस्तान समर्थकों पर पहले भी हिंदू मंदिरों पर हमला करने का आरोप लग चुका है। इससे पहले, ब्रिस्बेन में एक अन्य हिंदू मंदिर, गायत्री मंदिर को पाकिस्तान में स्थित खालिस्तान चरमपंथियों से डराने-धमकाने वाले फोन आए थे।
हिंदू मानवाधिकार की निदेशक सारा एल गेट्स ने कहा कि नवीनतम घृणा अपराध ऑस्ट्रेलियाई हिंदुओं को आतंकित करने के लिए सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का एक पैटर्न है।
गेट्स ने द ऑस्ट्रेलिया टुडे को बताया, "यह नवीनतम घृणा अपराध विश्व स्तर पर सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का एक पैटर्न है, जो स्पष्ट रूप से ऑस्ट्रेलियाई हिंदुओं को आतंकित करने का प्रयास कर रहा है। प्रचार, अवैध संकेत और साइबर धमकी के बंधन के साथ मिलकर, संगठन सभी व्यापक खतरों, भय और धमकी को पेश करने का इरादा रखता है।